सावधान! वायरस के निशाने पर SBI समेत 18 बैंकों के ग्राहक, कभी भी हो सकता है अकाउंट खाली

भारतीय लोगों के ऊपर इन दिनों एक खतरनाक वायरस (dangerous virus) का खतरा मंडरा रहा है। ऐसे में अगर आप ऑनलाइन बैंकिंग (online banking) का इस्तेमाल करते हैं तो आपको सतर्क हो जाना चाहिए। खतरनाक Drinik Android trojan वायरस का एक नया वेरिएंट स्पॉट किया गया है। बताया जा रहा है कि यह वायरस के पुराने वर्जनों के मुकाबले काफी अधिक खतरनाक है।
अब तक सामने आई जानकारी के मुताबिक, Drinik Android trojan वायरस का नया वर्जन 18 से अधिक बैंक के ग्राहकों को टारगेट कर रहा है। वायरस यूजर्स के पर्सनल डेटा और बैंकिंग क्रेडेंशियल्स को चुराने का काम करता है। उसके बाद बैंक अकाउंट से पैसे उड़ा लिये जाते हैं। रिपोर्ट्स में खुलासा हुआ है कि अभी वायरस सबसे ज्यादा स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के ग्राहकों का टारगेट कर रहा है।
यूजर्स को इस तरह से टारगेट करता है वायरस
वायरस का लेटेस्ट वर्जन फोन में iAssist नाम के ऐप से एंटर हो रहा है। यह ऐप इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के ऑफिशियल टैक्स मैनेजमेंट टूल की तरह दिखता है, इसी वजह से यूजर्स इसे इस्टॉल कर लेते हैं। इस्टॉल होने के बाद ऐप यूजर से SMS रिसीव करने, भेजने, पढ़ने, कॉल लॉग और एक्सटर्नल स्टोरज की अनुमति ले लेता है। इसके बाद ऐप यूजर्स से एक्सेसबिलिटी सर्विसेस यूज करने का एक्सेस लेता है। परमिशन मिलते ही गूगल प्ले प्रोटेक्ट डिसेबल कर दी जाती है। इसके बाद ऐप को एक तरह से यूजर के फोन का एक्सेस मिल जाता है। यहां तक की ऐप नेविगेशन जेस्चर, रिकॉर्ड स्क्रीन और की-प्रेस तक को कैप्चर कर सकता है।
ऐसे डिटेल प्राप्त करता है वायरस
यूजर के डिवाइस का एक्सेस लेने के बाद वायरस का यह वर्जन फिशिंग पेज के बजाय भारतीय इनकम टैक्स वेबसाइट खोलता है। अब जैसी ही यूजर अपनी डिटेल्स एंटर करता है तो वायरस स्क्रीन रिकॉर्डिंग करके सभी जानकारी चुरा लेता है। इसके अलावा यूजर्स के सामने एक डायलॉग बॉक्स ओपन होता है, जिसमें 57100 रुपये रिफंड की बात कही जा रही है। क्लेम करने के ऑप्शन पर क्लिक करते ही फिशिंग पेज खुलता है जोकि इनकम टैक्स वेबसाइट का क्लोन होता है। यहां से ट्रोजन यूजर्स की बैंकिंग डिटेल्स भी प्राप्त कर लेता है।
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