Tata-Iveco Deal: टाटा मोटर्स करेगी सबसे बड़ा अधिग्रहण, इटली के बिजनेस ग्रुप से 38 हजार करोड़ रु. में हुई डील

Tata-Iveco Deal: टाटा मोटर्स ने एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए इटली की नामी कमर्शियल व्हीकल मैन्यूफ्रैक्चरर कंपनी Iveco Group को खरीदने का ऐलान किया है। यह सौदा कुल €3.8 बिलियन (लगभग 38,098 करोड़ रुपए) का है और यह टाटा मोटर्स का अब तक का सबसे बड़ा अधिग्रहण होगा। टाटा समूह के लिए भी यह 2007 में कोरस स्टील के अधिग्रहण के बाद दूसरा सबसे बड़ा सौदा है।
Tata-Iveco डील की बड़ी बातें
टाटा मोटर्स, Iveco ग्रुप के प्रत्येक शेयर के लिए €14.1 की दर से भुगतान करेगी, जिसमें कंपनी की डिफेंस यूनिट से जुड़े डिविडेंड को छोड़कर 34-41 प्रतिशत का प्रीमियम शामिल है। यह अधिग्रहण एक डच-बेस्ड स्पेशल पर्पज़ एंटिटी के जरिए किया जाएगा, जो टाटा मोटर्स के पूर्ण स्वामित्व में होगी। Iveco के डायरेक्टर बोर्ड ने इस अधिग्रहण को मंजूरी दे दी है, वहीं कंपनी के प्रमुख शेयरधारक Exor N.V. (27.1% हिस्सेदारी और 43.1% वोटिंग अधिकार) ने भी अपने शेयर टेंडर करने पर सहमति जताई है।।।
Iveco डिफेंस यूनिट को बेचेगी
इस डील के तहत Iveco ग्रुप अपनी डिफेंस बिजनेस यूनिट को €1.7 बिलियन में इटली की एयरोस्पेस कंपनी Leonardo S.p.A को बेचेगी। यह प्रक्रिया मार्च 2026 से पहले पूरी करनी अनिवार्य होगी, ताकि टाटा का अधिग्रहण सौदा प्रभावी हो सके।
नियामकीय मंजूरी आवश्यक
यह अधिग्रहण यूरोपीय संघ के मर्जर नियमों, विदेशी निवेश नियंत्रण और इटली की Golden Power Policy के तहत आने वाली नियामकीय मंजूरियों पर आधारित होगा। इस नीति के तहत इटली सरकार देशहित से जुड़ी कंपनियों में विदेशी निवेश को रोक या शर्तों के साथ मंजूरी दे सकती है।
अधिग्रहण के बाद क्या बदलाव?
सौदे के पूरा होने के बाद Iveco को इटली के Euronext Milan स्टॉक एक्सचेंज से डीलिस्ट कर दिया जाएगा और यह टाटा मोटर्स की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी बन जाएगी। हालांकि, Iveco का मुख्यालय ट्यूरिन (इटली) में ही रहेगा और उसके सभी ब्रांड्स और यूरोपीय प्रोडक्शन यूनिट पहले की तरह कार्यरत रहेंगी।
ग्लोबल कमर्शियल व्हीकल दिग्गज
टाटा मोटर्स और Iveco के एक साथ आने से दोनों कंपनियों की सालाना बिक्री 5.4 लाख यूनिट्स से अधिक हो जाएगी। ज्वाइंट एनुअल रेवेन्यू €22 बिलियन (लगभग ₹2.2 लाख करोड़) तक पहुंचने की संभावना है। इस ज्वाइंट यूनिट की आय का 50% हिस्सा यूरोप, 35% भारत और 15% अमेरिका से आएगा।
(मंजू कुमारी)
