Car Tips: पुरानी कार बदलने के जरूरी संकेत, जानें कब लेना चाहिए नई कार का फैसला

इंजन में बार-बार समस्या आ रही है, तो इसे बार-बार ठीक करवाना महंगा
Car Tips: देश में हर महीने लाखों की संख्या में कारें बेची जाती हैं। इनमें से कई कारें सालों तक इस्तेमाल होती हैं, लेकिन कुछ लोग कुछ ही वर्षों में अपनी कार से परेशान हो जाते हैं। अगर आपकी कार भी बार-बार परेशान कर रही है, तो निम्न संकेतों पर ध्यान देकर आप नई कार खरीदने का निर्णय ले सकते हैं।
1. इंजन में लगातार परेशानी
अगर आपकी कार के इंजन में बार-बार समस्या आ रही है, तो इसे बार-बार ठीक करवाना महंगा और समय-साध्य हो सकता है। लंबे समय से एक ही तरह की समस्या लगातार हो रही हो, तो ऐसी स्थिति में कार बदलना समझदारी भरा विकल्प होता है।
2. एसी की खराबी
कार के एसी की कूलिंग काम न करना आम समस्या है, खासकर पुरानी कारों में। इसे ठीक करवाने में कई बार हजारों रुपये खर्च हो सकते हैं। यदि आपकी कार पुरानी है और एसी बार-बार खराब हो रहा है, तो नई कार लेना पैसे और समय की बचत के साथ-साथ परेशानी से भी बचा सकता है।
3. ईंधन की खपत में वृद्धि
जैसे-जैसे कार पुरानी होती है, इसकी ईंधन खपत बढ़ने लगती है। इससे आपकी रोजमर्रा की लागत भी बढ़ जाती है। ज्यादा ईंधन खर्च की समस्या को बार-बार ठीक करवाने के बजाय, कई लोग नई कार लेने का विकल्प चुनते हैं।
4. इंटीरियर में खराबी और बदबू
पुरानी कारों के इंटीरियर में भी समय के साथ खराबी आने लगती है। गियर लीवर, डैशबोर्ड, सीटें और अन्य हिस्सों में गंदगी और बदबू जमने लगती है। इसे सुधारना अक्सर महंगा पड़ता है। अगर इंटीरियर में खराबी के साथ बदबू भी बढ़ रही हो, तो नई कार खरीदना बेहतर विकल्प होता है।
5. बॉडी में जंग और खराबी
लापरवाही या समय के साथ कार की बॉडी में जंग लगने लगती है। कई बार यह जंग ऐसे हिस्सों में हो जाती है जिसे ठीक करना मुश्किल होता है। ऐसी स्थिति में भी लोग पुरानी कार छोड़कर नई कार खरीदना पसंद करते हैं।
(मंजू कुमारी)
