Ola Electric: इलेक्ट्रिक स्कूटर निर्माता ओला को सरकार ने दिया तोहफा, जानें आपको क्या मिलेगा?

इलेक्ट्रिक स्कूटर निर्माता ओला को सरकार ने दिया तोहफा, जानें आपको क्या मिलेगा?
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ओला को केंद्र सरकार की PLI योजना के अंतर्गत वित्तीय प्रोत्साहन मिलेगा। इसका उद्देश्य मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देना, आयात पर निर्भरता घटना और रोजगार के अवसर पैदा करना है।

Ola Electric: ओला इलेक्ट्रिक को अपने Gen 3 स्कूटर पोर्टफोलियो के लिए प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) स्कीम के तहत कंप्लायंस सर्टिफिकेशन प्राप्त हुआ है। यह सर्टिफिकेशन भारी उद्योग मंत्रालय के अधीन आने वाली ऑटोमोटिव रिसर्च एसोसिएशन ऑफ इंडिया (ARAI) ने जारी किया है। यह ओला के सभी सात S1 Gen 3 इलेक्ट्रिक स्कूटर मॉडलों पर लागू होगा। इस सर्टिफिकेशन के बाद कंपनी को निर्धारित बिक्री मूल्य का 13% से 18% तक वित्तीय प्रोत्साहन मिलेगा। अब ओला इलेक्ट्रिक के Gen 2 और Gen 3 दोनों स्कूटर पोर्टफोलियो PLI-प्रमाणित हो गए हैं।

Gen 3 पोर्टफोलियो के मॉडल

ओला इलेक्ट्रिक के Gen 3 स्कूटर लाइनअप में कुल सात मॉडल शामिल हैं। इनमें S1 Pro 3 kWh, S1 Pro 4 kWh, S1 Pro+ 4 kWh, S1 X 2 kWh, S1 X 3 kWh, S1 X 4 kWh और S1 X+ 4 kWh वेरिएंट पेश किए गए हैं। यह पोर्टफोलियो ग्राहकों को बैटरी क्षमता और फीचर्स के आधार पर अलग-अलग विकल्प देता है, जिससे वे अपनी जरूरत और बजट के अनुसार सही स्कूटर चुन सकते हैं।

लागत और मुनाफे पर असर

ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लिमिटेड के प्रवक्ता का कहना है कि Gen 3 स्कूटरों के लिए PLI सर्टिफिकेशन हासिल करना कंपनी के लिए मुनाफे की दिशा में एक बड़ा कदम है। इससे उनकी लागत संरचना में सुधार होगा और मार्जिन मज़बूत होंगे, जो स्थिर विकास को प्रोत्साहित करेंगे। साथ ही, यह कंपनी के EBITDA को सकारात्मक बनाने के लक्ष्य को हासिल करने में भी सहायक होगा।

क्या है PLI सर्टिफिकेशन?

PLI स्कीम भारत सरकार की एक वित्तीय प्रोत्साहन योजना है, जिसका उद्देश्य देश में मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देना, आयात पर निर्भरता कम करना और रोजगार के अवसर पैदा करना है। जिन कंपनियों की उत्पादन प्रक्रिया इस योजना के अनुरूप होती है और जो निर्धारित मानकों को पूरा करती हैं, उन्हें यह सर्टिफिकेशन दिया जाता है। इसके बाद उन्हें सरकार से वित्तीय इंसेंटिव मिलता है। यह योजना केवल ऑटोमोबाइल ही नहीं, बल्कि इलेक्ट्रॉनिक्स, खाद्य प्रसंस्करण और सोलर पीवी निर्माण जैसे कई क्षेत्रों में भी लागू है।

(मंजू कुमारी)

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