JK Smart Tyres: भारतीय कंपनी ने देश का पहला एम्बेडेड स्मार्ट टायर लॉन्च किया, खासियत जान हो जाएंगे दंग!

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देश का पहला एम्बेडेड स्मार्ट टायर लॉन्च
जेके टायर एंड इंडस्ट्रीज ने पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट के लिए भारत का पहला एम्बेडेड स्मार्ट टायर लॉन्च किया है। ये कई तरह से यूजर की मदद करेगा।
JK Tyre launches India first embedded Smart Tyres: जेके टायर एंड इंडस्ट्रीज ने पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट के लिए भारत का पहला एम्बेडेड स्मार्ट टायर लॉन्च किया है। कंपनी का मानना है कि यह लॉन्च इस बात का एक बड़ा उदाहरण है कि कनेक्टेड मोबिलिटी की बढ़ती डिमांड के साथ तालमेल बिठाने के लिए टायर कैसे बदल रहे हैं। भारत की टायर इंडस्ट्री लगातार टेक इंटीग्रेशन की ओर बढ़ रही है। पहले आफ्टरमार्केट TPMS यूनिट्स के जरिए और अब फैक्ट्री में लगे सेंसर के जरिए, जो यूजर की मैनुअल चेक पर निर्भरता को खत्म करने की कोशिश करते हैं।
मध्य प्रदेश में किया तैयार
- यह नया टायर सिस्टम कंपनी के मध्य प्रदेश के बानमोर प्लांट में डेवलप किया गया है। स्मार्ट टायरों में सेंसर सीधे टायर के स्ट्रक्चर में लगे होते हैं।
- बाहरी वाल्व-स्टेम सेंसर के उलट, ये लगातार घूमने, हीट साइकल, सड़क की ऊबड़-खाबड़ सतह और इम्पैक्ट लोड को झेलने के लिए लगाए गए हैं।
- एम्बेडेड यूनिट तीन मुख्य पैरामीटर ट्रैक करती है, जिसमें हवा का दबाव, तापमान और हवा का रिसाव शामिल है। ये इनपुट ड्राइवर को रियल टाइम में भेजे जाते हैं।
- शुरुआती अलर्ट से साइलेंट इन्फ्लेशन की उन समस्याओं को रोका जा सकता है जिनसे टायर फटने, ईंधन की खपत बढ़ने या टायर के असमान घिसाव जैसी दिक्कतें होती हैं।
- यह तकनीक स्टैंड-अलोन TPMS यूनिट्स की तुलना में ज्यादा सटीक रीडिंग देने के लिए बनाई गई है, जो कभी-कभी अपनी बाहरी पोजीशन के कारण पीछे रह जाती हैं।
टायर मेंटेनेंस में मिलेगी मदद
- कंपनी ने इवेंट में इस बात पर जोर दिया कि यह सिस्टम यूजर को एक्स्ट्रा हार्डवेयर खरीदने की जरूरत के बिना काम करने के लिए डिजाइन किया गया है।
- एम्बेडेड सेंसर का मकसद टायर के मेंटेनेंस से जुड़े अंदाजे को कम करना है। कम हवा वाले टायरों से रोलिंग रेजिस्टेंस बढ़ सकता है, जिससे ईंधन की बचत पर असर पड़ता है।
- टायर में ज्यादा हवा से ब्रेकिंग और ओवरऑल राइड क्वालिटी पर असर पड़ता है। सिस्टम का लीक-डिटेक्शन फीचर ड्राइवरों को पंक्चर से बचाने में मदद कर सकता है।
14 से 17 इंच साइज में मिलेगा
- ये टायर लगातार सही दबाव बनाए रखकर ज्यादा लंबी ट्रेड लाइफ देने के लिए बनाए गए हैं। हालांकि, यह रियल वर्ल्ड में इस्तेमाल पर निर्भर करता है।
- यह प्रिंसिपल टायर डिजाइन में ग्लोबल ट्रेंड के साथ मेल खाता है, जहां सेंसर रखरखाव और सस्टेनेबिलिटी दोनों में तेजी से भूमिका निभा रहे हैं।
- शुरुआती रोलआउट में 14 से 17 इंच के रिम साइज शामिल हैं, जिनमें मास-मार्केट हैचबैक, कॉम्पैक्ट सेडान और लोकप्रिय कॉम्पैक्ट SUV शामिल हैं।
- ये आफ्टरमार्केट में डीलरशिप चैनलों के जरिए उपलब्ध होंगे। एम्बेडेड टेक्नोलॉजी को टायर बाहरी कमजोरियों को कम करने की कोशिश करेगा।
(मंजू कुमारी)
