Huawei EV Battery: सिर्फ 5 मिनट में फुल चार्ज और फिर 3000Km से ज्यादा की रेंज; आ रही ये इलेक्ट्रिक कार

फुल चार्ज पर 3000Km से ज्यादा की रेंज
Huawei EV Battery 5 Minute Charge And 3000 Km Range: चीनी टेक कंपनी हुआवेई (Huawei) ऑटोमोबाइल सेगमेंट में भी गजब का इनोवेशन के साथ आगे बढ़ रही है। कंपनी ने इस साल एक ऐसी टेक्नोलॉजी को तैयार कर लिया है, जो इलेक्ट्रिक फोर-व्हीलर सेगमेंट में नया इतिहास लिखन वाली है। दरअसल, कंपनी न इस साल जुलाई में एक नई सॉलिड-स्टेट इलेक्ट्रिक व्हीकल बैटरी डेवलप करने का दावा किया था। ये सिंगल चार्ज पर 3000Km से ज्यादा की रेंज देगी। वहीं, इसे केवल 5 मिनट में पूरी तरह चार्ज किया जा सकता है।
कंपनी अभी इस टेक्नोलॉजी पर काम कर रही है। इस 2027 तक डेवलप किया जा सकता है। हालांकि, ये काफी महंगी टेक्नोलॉजी होगी। जिसके 1kWh का खर्च करीब 1.20 लाख रुपए तक होगा। इस टक्नोलॉजी में कई मुश्किलें भी आ सकती हैं। फिर भी कंपनी को इसके कामयाबी का भरोसा है। चलिए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
5 मिनट में फुल चार्जिंग का दावा
कंपनी के पेटेंट से पता चलता है कि इस इलेक्ट्रिक व्हीकल बैटरी में नाइट्रोजन-डोप्ड सल्फाइड इलेक्ट्रोलाइट हैं, जो एनर्जी डेनसिटी को 400-500 Wh/kg तक बढ़ा देता है, जो मौजूदा लिथियम-आयन बैटरियों से दो से तीन गुना ज्यादा है।
अल्ट्रा-फास्ट चार्जिंग केवल 5 मिनट में 0-100% चार्ज सुनिश्चित करती है। वर्तमान में सॉलिड-स्टेट बैटरियों के कमर्शियलाइजेशन में सबसे बड़ी बाधा लिथियम इंटरफेस का स्थिरीकरण और हानिकारक दुष्प्रभावों के जोखिम को कम करना है।
पेटेंट से पता चलता है कि सल्फाइड इलेक्ट्रोलाइट्स के नाइट्रोजन डोपिंग द्वारा इन दोनों चुनौतियों का समाधान किया जा सकता है। फिलहाल ये टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट में है, आने वाले 2 साल में इससे जुड़ी सभी डिटेल सामन आ जाएंगी।
1kWh का खर्च लाख से भी ज्याजा
इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स का कहना है कि सैद्धांतिक रूप से यह प्रभावशाली लग सकता है, लेकिन बड़े पैमाने पर उत्पादित प्रोटोटाइप के साथ रियल वर्ल्ड में ऐसा होना असंभव है।
उनके मुताबिक, ये दावे लैब परिणामों पर आधारित हैं। ज्यादा उत्पादन लागत के कारण इस मॉडल को रियल वर्ल्ड में और बड़े पैमाने पर उत्पादन में लागू करने में कई चुनौतियां हैं।
बता दें कि सल्फाइड इलेक्ट्रोलाइट्स काफी महंगे होते हैं, जिनकी कीमत लगभग 1,400 डॉलर प्रति kWh (लगभग 1.20 लाख रुपए) है। ऐसे में इसकी कीमत भी काफी ज्यादा होगी।
सिंगल चार्ज पर 3000 Km से ज्यादा रेंज
हुआवेई द्वारा प्रदान की जाने वाली एक बार चार्ज करने पर 3000 KM से ज्यादा की ड्राइविंग रेंज CLTC (चाइना लाइट-ड्यूटी व्हीकल टेस्ट साइकिल) पर बेस्ड है।
अगर हम EPA साइकल पर विचार करें, तो यह घटकर 2000+ KM रह जाएगी। ये अभी भी दुनिया के किसी भी हिस्से में बिक्री पर उपलब्ध किसी भी इलेक्ट्रिक व्हीकल से बहुत ज्यादा है।
हुआवेई फिलहाल पावर बैटरी बनाने के व्यवसाय में नहीं है, लेकिन कंपनी द्वारा बैटरी अनुसंधान और सामग्रियों के लिए भारी निवेश किया है।
टोयोटा, सैमसंग SDI और CATL जैसी कई प्रमुख ग्लोबल बैटरी मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों का लक्ष्य 2027 से 2030 तक सॉलिड-स्टेट बैटरियों का कमर्शियलाइजेशन शुरू करना है।
हुआवेई के हालिया दावे ने सभी को चौंका है। अगर यह सही होता है, तो यह EV इंडस्ट्री को पूरी तरह बदल सकता है। यह रेंज की चिंता और चार्जिंग में देरी को पूरी तरह से खत्म कर सकता है।
(मंजू कुमारी)
