EV Technology: इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की मोटर के लिए चीन पर निर्भरता होगी खत्म, भारत में हुआ नया प्रयोग

EV Technology trial of electric motor without Rare Earth Metals
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भारत में फोटोनिक सॉल्यूशंस और स्टर्लिंग जीटीके ई-मोबिलिटी जैसी कंपनियां मैग्नेट-फ्री मोटर के टेस्टिंग प्रोजेक्ट पर काम कर रही हैं।

इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की नई मोटर ब्रिटेन की एडवांस्ड इलेक्ट्रिक मशीन्स की टेक्नोलॉजी पर बेस्ड है। इसमें परमानेंट मैग्नेट की जगह टाइटली वाइंडेड मेटल कॉइल्स से पावर जनरेट होगी।

EV Technology: इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EV) के लिए मोटर निर्माण में उपयोग होने वाले रेयर अर्थ मेटल्स पर चीन के बढ़ते नियंत्रण और निर्यात प्रतिबंधों का सामना करने के लिए भारतीय कंपनियां अब मैग्नेट-फ्री मोटर का परीक्षण कर रही हैं। एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, फरीदाबाद स्थित 3,500 स्क्वायर फीट की लैब में फोटोनिक सॉल्यूशंस और स्टर्लिंग जीटीके ई-मोबिलिटी जैसी भारतीय कंपनियां मैग्नेट-फ्री मोटर के टेस्टिंग प्रोजेक्ट पर काम कर रही हैं।

यह मोटर ब्रिटेन की एडवांस्ड इलेक्ट्रिक मशीन्स की टेक्नोलॉजी पर आधारित है, जिसमें परमानेंट मैग्नेट की जगह टाइटली वाइंडेड मेटल कॉइल्स का उपयोग करके पावर जनरेट की जाती है। यानी, इन मोटरों में चुंबकों के बजाय कसकर लिपटी धातु की कॉइल्स पावर जनरेट करती हैं। अगर यह ट्रायल सफल होता है तो यह इलेक्ट्रिक व्हीकल मार्केट में क्रांतिकारी बदलाव ला सकता है और चीन पर हमारी निर्भरता में उल्लेखनीय कमी ला सकता है।

EV में रेयर अर्थ मेटल्स का यूज

रेयर अर्थ मेटल्स का उपयोग विशेष रूप से इलेक्ट्रिक वाहनों में किया जाता है। नियोडिमियम, डिस्प्रोसियम और टरबियम जैसे तत्वों से बने परमानेंट मैग्नेट्स का उपयोग मोटर को कॉम्पैक्ट, हल्का और अधिक एफिशिएंट बनाने के लिए होता है। इससे इलेक्ट्रिक वाहनों की रेंज और परफॉर्मेंस बेहतर होती है। इसके अलावा, रेयर अर्थ मेटल्स का उपयोग पेट्रोल-डीजल वाहनों में लगे केटेलिक कन्वर्टर्स, सेंसर सिस्टम, डिस्प्ले यूनिट्स और कई अन्य इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट्स में भी किया जाता है।

चीन की ग्लोबल हिस्सेदारी

वैश्विक स्तर पर रेयर अर्थ मेटल्स की माइनिंग में चीन की करीब 70% हिस्सेदारी है, जबकि प्रोडक्शन में यह संख्या लगभग 90% तक पहुंच जाती है। हाल ही में, चीन ने अमेरिका के साथ बढ़ते ट्रेड वॉर के बीच सात कीमती रेयर अर्थ मेटल्स के निर्यात पर रोक लगा दी।

साथ ही, चीन ने कार, ड्रोन, रोबोट और मिसाइल असेंबलिंग के लिए जरूरी मैग्नेट्स के शिपमेंट पर भी रोक लगा दी है। ये रेयर मटेरियल्स ऑटोमोबाइल, सेमीकंडक्टर और एयरोस्पेस इंडस्ट्री के लिए बेहद महत्वपूर्ण माने जाते हैं।

(मंजू कुमारी)

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