5 December 2025 Ka Panchang: यहां जानें आज का पंचांग, तिथि, शुभ मुहूर्त, योग; नक्षत्र और राहुकाल

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5 December 2025 Ka Panchang: यहां पढ़ें शुक्रवार (5 दिसंबर 2025) मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि का पंचांग, शुभ मुहूर्त, तिथि शुभ योग; नक्षत्र और राहुकाल।
5 December 2025 Ka Panchang: हिंदू पंचांग के अनुसार 5 दिसंबर 2025, शुक्रवार को मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि है, जो रात 12 बजकर 55 मिनट तक रहेगी। इसके बाद द्वितीया तिथि शुरू हो जाएगी। यहां जानें ज्योतिषाचार्य डॉक्टर मनीष गौतम जी महाराज से आज के दिन का पंचांग, सूर्य, चंद्रमा की स्थिति और शुभ-अशुभ समय।
आज का दिन और हिंदू मास
- वार: शुक्रवार
- हिंदू मास: मार्गशीर्ष / पौष (कृष्ण पक्ष)
- शक संवत: 1947, विश्वावसु
- विक्रम संवत: 2082, कालयुक्त
तिथि और पक्ष
- कृष्ण पक्ष प्रतिपदा: 5 दिसंबर, सुबह 4:43 बजे से 6 दिसंबर, 12:55 AM तक
- कृष्ण पक्ष द्वितीया: 6 दिसंबर, 12:55 AM से 9:25 PM तक
नक्षत्र
- रोहिणी नक्षत्र: 4 दिसंबर, 2:54 PM से 5 दिसंबर, 11:46 AM तक
- मृगशीर्षा नक्षत्र: 5 दिसंबर, 11:46 AM से 6 दिसंबर, 8:48 AM तक
करण
- बालव: 4:44 AM – 2:48 PM
- कौलव: 2:48 PM – 12:56 AM (6 दिसंबर)
- तैतिल: 12:56 AM – 11:08 AM (6 दिसंबर)
योग
- सिद्ध योग: 8:08 AM तक
- साध्य योग: 8:08 AM – 3:48 AM (6 दिसंबर)
- शुभ योग: 3:48 AM – 11:45 PM (6 दिसंबर)
सूर्योदय और सूर्यास्त
- सूर्योदय: 6:58 AM
- सूर्यास्त: 5:36 PM
चंद्र कार्यक्रम
- चंद्रोदय: 5:57 PM
- चंद्रास्त: 6 दिसंबर, 8:21 AM
- चंद्र राशि: चंद्रमा आज वृषभ राशि में रहेगा और रात 10:15 PM के बाद मिथुन में प्रवेश करेगा।
आज का अशुभ काल
- राहुकाल: 10:57 AM – 12:17 PM
- यमगण्ड: 2:57 PM – 4:16 PM
- कुलिक: 8:18 AM – 9:37 AM
- दुर्मुहूर्त: 9:06 AM – 9:48 AM, 12:38 PM – 1:21 PM
- वर्ज्य: 4:40 PM – 6:04 PM
आज के शुभ मुहूर्त
- अभिजीत मुहूर्त: 11:56 AM – 12:38 PM
- अमृत काल: 8:58 AM – 10:21 AM, रात 1:15 AM – 2:39 AM
- ब्रह्म मुहूर्त: 5:22 AM – 6:10 AM
- निशिता काल: रात 11:17 PM – 12:09 AM
- प्रदोष काल: 6:31 PM – 7:41 PM
आज का आनंदादि योग
मित्र योग: 11:46 AM तक इसके बाद मानस योग आरंभ
सूर्य और चंद्र राशि का प्रभाव
- सूर्य: वृश्चिक राशि में
- चंद्र: वृषभ- रात में मिथुन
5 दिसंबर 2025, शुक्रवार का दिन धार्मिक, आर्थिक और व्यक्तिगत कार्यों के लिए शुभ माना गया है। प्रतिपदा से द्वितीया में प्रवेश, सिद्ध और साध्य योग, तथा शुभ मुहूर्तों की उपलब्धता के कारण आज नए कार्य, खरीदारी, यात्राएं और पूजा-पाठ करने की विशेष अनुशंसा की जाती है। अशुभ कालों से बचकर काम करने पर सफलता की संभावनाएं और बढ़ जाती हैं।
