28 August 2025 Ka Panchang: यहां जानें आज का पंचांग, शुभ मुहूर्त, शुभ योग; नक्षत्र और राहुकाल

28 August 2025 Ka Panchang: 28 अगस्त 2025, गुरुवार को पंचांग के अनुसार भाद्रपद शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि है। यह दिन ऋषि पंचमी व्रत के लिए विशेष महत्व रखता है। इस दिन कई शुभ योग और मुहूर्त बन रहे हैं, जो धार्मिक और सांसारिक कार्यों के लिए अनुकूल माने गए हैं। आइए जानते हैं ज्योतिषाचार्य डॉक्टर मनीष गौतम जी महाराज से आज का पंचांग, शुभ-अशुभ समय, योग और अन्य ज्योतिषीय जानकारियां।
हिंदू मास और संवत्सर
विक्रम संवत: 2082, कालयुक्त
शक संवत: 1947, विश्वावसु
माह: भाद्रपद
पक्ष: शुक्ल पक्ष
वार: गुरुवार
आज की तिथि, नक्षत्र और योग
तिथि: पंचमी तिथि (शाम 05:57 बजे तक), इसके बाद षष्ठी प्रारंभ
नक्षत्र: चित्रा (सुबह 08:43 बजे तक), फिर स्वाति नक्षत्र
योग: शुक्ल योग (दोपहर 01:18 बजे तक), इसके बाद ब्रह्म योग
करण: बालव (शाम 05:57 बजे तक), फिर कौलव
सूर्य-चंद्रमा से जुड़ी जानकारी
सूर्योदय: सुबह 6:11 बजे
सूर्यास्त: शाम 6:44 बजे
चंद्रोदय: सुबह 10:20 बजे
चंद्रास्त: रात 9:41 बजे
सूर्य की राशि: सिंह
चंद्रमा की राशि: तुला
विशेष पर्व और व्रत
ऋषि पंचमी: यह दिन सप्त ऋषियों को समर्पित है और महिलाओं द्वारा विशेष रूप से यह व्रत रखा जाता है। धार्मिक दृष्टि से आज का दिन पवित्र स्नान, दान और व्रत के लिए उत्तम है।
आज के शुभ मुहूर्त
अभिजीत मुहूर्त: 12:03 PM से 12:53 PM
प्रदोष काल: 06:31 PM से 07:41 PM
ब्रह्म मुहूर्त: 04:35 AM से 05:23 AM
विजय मुहूर्त: 02:10 PM से 03:03 PM
निशिता काल: 11:17 PM से 12:09 AM (29 अगस्त)
गोधूलि मुहूर्त: 12:01 PM से 01:37 PM
अमृत मुहूर्त: 01:45 AM से 03:33 AM (29 अगस्त)
टिप: आज का दिन नया वाहन, भूमि, आभूषण, वस्त्र या अन्य शुभ कार्यों की शुरुआत के लिए अनुकूल है।
आज का अशुभ समय
राहुकाल: 02:02 PM से 03:36 PM
यमगण्ड: 06:11 AM से 07:45 AM
कुलिक काल: 09:19 AM से 10:53 AM
दुर्मुहूर्त: 10:22 AM – 11:12 AM, फिर 03:23 PM – 04:13 PM
वर्ज्यम्: 03:00 PM से 04:48 PM
शुभ-अशुभ योगों की स्थिति
सर्वार्थ सिद्धि योग: नहीं है
रवि पुष्य योग: नहीं है
त्रिपुष्कर, द्विपुष्कर, अमृत सिद्धि योग: उपलब्ध नहीं
गुरु पुष्य योग: नहीं है
कैसा रहेगा आज का दिन?
आज का दिन धार्मिक कार्यों, व्रत, दान, और नए शुभ कार्यों की शुरुआत के लिए उत्तम है। हालांकि राहुकाल और अन्य अशुभ समयों से बचकर कार्य करना लाभकारी रहेगा। चंद्रमा तुला राशि में संचार करेगा जिससे भावनात्मक संतुलन और कूटनीतिक व्यवहार देखने को मिलेगा।
गुरुवार का दिन बृहस्पति देव को समर्पित होता है, अतः विष्णु व्रत, गुरु पूजा, या दान-पुण्य करने से विशेष फल प्राप्त होगा।
