खुशखबरी: यूपी में 45,000 होमगार्डों की बंपर भर्ती को मंजूरी! चयन प्रक्रिया में बड़ा बदलाव
यूपी में 45,000 होमगार्ड स्वयंसेवकों की भर्ती को शासन ने मंजूरी दे दी है। चयन प्रक्रिया में बड़ा बदलाव किया गया है, जिसके तहत अब लिखित परीक्षा अनिवार्य होगी।
होमगार्ड विभाग उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती बोर्ड की तरह अपना एक अलग भर्ती बोर्ड गठित करने की तैयारी कर रहा है।
लखनऊ : उत्तर प्रदेश के युवाओं के लिए सरकारी नौकरी का एक बड़ा अवसर खुल गया है, क्योंकि प्रदेश सरकार ने 45,000 होमगार्ड स्वयंसेवकों की भर्ती के लिए मंजूरी दे दी है। यह भर्ती कई वर्षों से लंबित थी, और अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के स्पष्ट निर्देश के बाद होमगार्ड विभाग ने नई नियमावली को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है।
इस भर्ती का मुख्य उद्देश्य चयन प्रक्रिया में पूर्ण पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करना है, जिसके तहत भर्ती के नियमों और मानकों में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं।
चयन प्रक्रिया में बदलाव- लिखित परीक्षा अनिवार्य
इस भर्ती प्रक्रिया में सबसे महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक बदलाव यह है कि अब चयन का आधार केवल शैक्षणिक योग्यता या शारीरिक मापदंड नहीं होगा, बल्कि लिखित परीक्षा को अनिवार्य कर दिया गया है। होमगार्ड स्वयंसेवकों की भर्ती में यह पहली बार होगा, जब उम्मीदवारों को लिखित परीक्षा देनी होगी। इस परीक्षा में प्रदर्शन के आधार पर ही अंतिम मेरिट लिस्ट तैयार की जाएगी, जिससे चयन पूरी तरह से योग्यता पर आधारित हो सके।
भर्ती के लिए शैक्षणिक योग्यता को हाईस्कूल (10वीं पास) से बढ़ाकर इंटरमीडिएट (12वीं पास) करने का भी प्रस्ताव विचाराधीन है। इसके अतिरिक्त, आयु सीमा में भी परिवर्तन की चर्चा है, जिसमें अधिकतम आयु सीमा को पहले के 45 वर्ष से घटाकर 30 वर्ष तक सीमित किया जा सकता है।
लिखित परीक्षा पास करने वाले उम्मीदवारों को एक सख्त शारीरिक दक्षता परीक्षा से गुजरना होगा, जिसके तहत दौड़ की दूरी और अन्य शारीरिक मानकों को बढ़ाया जा सकता है।
दो चरणों में होगी बंपर भर्ती और आरक्षण का प्रावधान
उत्तर प्रदेश में होमगार्ड स्वयंसेवकों के कुल 1.18 लाख पद स्वीकृत हैं, जिनमें से 45,000 से अधिक पद रिक्त हैं। रिक्त पदों की यह बड़ी संख्या एक साथ भरने के बजाय, सरकार ने इस प्रक्रिया को दो चरणों में पूरा करने का निर्णय लिया है। पहले चरण में लगभग 45,000 पदों पर भर्ती की जाएगी, जिसके तुरंत बाद शेष बचे पदों के लिए दूसरे चरण की प्रक्रिया शुरू होगी।
पारदर्शिता और महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए इस भर्ती में विशेष प्रावधान किए गए हैं। भर्ती नियमावली में महिलाओं के लिए 20 प्रतिशत तक आरक्षण का प्रावधान शामिल किए जाने की संभावना है। यह कदम न केवल महिलाओं को सुरक्षा व्यवस्था में शामिल होने का अवसर देगा, बल्कि होमगार्ड संगठन को भी अधिक समावेशी बनाएगा।
होमगार्ड विभाग बनाएगा अपना अलग भर्ती बोर्ड
भर्ती प्रक्रिया को सुव्यवस्थित, तेज और निष्पक्ष बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया जा रहा है। होमगार्ड विभाग उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती बोर्ड (UPPBPB) की तरह अपना एक अलग भर्ती बोर्ड गठित करने की तैयारी कर रहा है।
इस नए भर्ती बोर्ड का मुख्यालय लखनऊ में हो सकता है, और यह सुनिश्चित करेगा कि भर्ती से संबंधित सभी कार्य एक ही जगह से कुशलतापूर्वक किए जा सकें।
इस बोर्ड के गठन के साथ ही होमगार्ड स्वयंसेवकों के लिए एक नया एक्ट या नियमावली भी लागू होगी। इस नई नियमावली में होमगार्डों को सिपाही के समान वेतन और अन्य सुविधाएं देने पर विचार किया जा रहा है।
इसके अलावा, उन्हें आपदा के समय कार्य करने के लिए आपदा मित्र के रूप में विशेष प्रशिक्षण देने का भी प्रावधान शामिल होगा, जिससे उनकी उपयोगिता और भी बढ़ जाएगी।
गृह जनपद में मिलेगी तैनाती और कल्याणकारी योजनाएं
भर्ती होने वाले नए होमगार्ड स्वयंसेवकों के लिए सुविधाओं और लाभों पर भी सरकार ध्यान केंद्रित कर रही है। नई व्यवस्था के तहत, भर्ती होने वाले युवाओं को उनके गृह जनपद में ही तैनाती दिए जाने का प्रावधान किया जा रहा है, जिससे उन्हें अपने परिवार के पास रहकर सेवा करने में सुविधा होगी।
वेतन और अन्य भत्तों को पुलिस सिपाही के समान करने पर जोर दिया जा रहा है। इसके साथ ही, होमगार्डों और उनके परिवारों के स्वास्थ्य कल्याण को सुनिश्चित करने के लिए उन्हें आयुष्मान भारत योजना से जोड़ने की भी तैयारी की जा रही है। यह भर्ती उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था को मजबूत करने और बड़ी संख्या में युवाओं को रोजगार प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।