Temple Museum: अयोध्या में बनेगा देश का पहला 'मंदिर संग्रहालय', एक छत के नीचे होंगे भारत के सभी मंदिर!

इसका उद्देश्य श्रद्धालुओं को राम नगरी में ही भारत के विभिन्न वैष्णव मंदिरों की उत्कृष्ट वास्तुकला और इतिहास से परिचित कराना है।

Updated On 2025-10-25 11:57:00 IST

योगी सरकार ने इस संग्रहालय के लिए 28 एकड़ भूमि को चिह्नित कर निःशुल्क उपलब्ध कराया है। 

अयोध्या : राम नगरी अयोध्या में देश के पहले विश्वस्तरीय 'मंदिर संग्रहालय' (टेंपल म्यूजियम) की परिकल्पना अब साकार होने जा रही है। प्रतिष्ठित टाटा समूह ने इस अनूठी परियोजना के निर्माण की जिम्मेदारी ली है और इसकी शुरुआत नवंबर 2025 से होने की संभावना है। इस भव्य संग्रहालय के निर्माण पर टाटा समूह अपने कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी फंड से 750 करोड़ खर्च करेगा। यह संग्रहालय भारत के विभिन्न वैष्णव संप्रदायों के अति प्राचीन और प्रसिद्ध मंदिरों की वास्तुकला, इतिहास और परंपराओं को एक ही छत के नीचे प्रदर्शित करेगा, जिससे अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं को सनातन संस्कृति की व्यापक झलक मिल सकेगी।

परियोजना की भव्यता और उद्देश्य

अयोध्या में बनने वाला यह मंदिर संग्रहालय सिर्फ एक प्रदर्शन स्थल नहीं होगा, बल्कि यह सनातन धर्म की विरासत को संरक्षित करने और युवाओं को इससे जोड़ने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है।

इस महत्वाकांक्षी परियोजना पर टाटा समूह द्वारा कुल ₹750 करोड़ खर्च किए जाएंगे, जिसमें 650 करोड़ संग्रहालय के निर्माण पर और 100 करोड़ इसके आसपास बुनियादी सुविधाओं के विकास पर खर्च किए जाएंगे। टाटा समूह ने इसके निर्माण के लिए अपनी प्रमुख कंपनी टाटा संस को कार्यदायी एजेंसी बनाया है। राम मंदिर निर्माण में पर्यवेक्षण की जिम्मेदारी संभाल रहे टाटा कंसल्टिंग इंजीनियर्स को को भी इस परियोजना से जोड़ा गया है। संग्रहालय का निर्माण 1 नवंबर 2025 से शुरू होने की संभावना है, जिसे तेजी से पूरा किया जाएगा।

वैष्णव परंपराओं की झलक और ज़मीन की व्यवस्था

यह संग्रहालय विशेष रूप से देश भर के वैष्णव मंदिरों की प्रतिकृति, उनकी उत्कृष्ट आर्किटेक्चर और उनके ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित करेगा। इसका उद्देश्य पर्यटकों और श्रद्धालुओं को श्रीराम मंदिर के साथ-साथ पूरे भारत की मंदिर परंपरा से परिचित कराना है। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने इस अनूठे संग्रहालय के लिए माझा जमथरा में राजघाट के समीप 28 एकड़ भूमि को चिह्नित कर निःशुल्क उपलब्ध कराया है। 

धार्मिक पर्यटन का नया केंद्र

अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद श्रद्धालुओं और पर्यटकों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है। पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह के अनुसार, यह संग्रहालय राम नगरी को केवल राम मंदिर तक सीमित न रखकर, पूरे देश की सनातन संस्कृति और सभ्यता के प्रतीकों का केंद्र बनाएगा। इसमें लाइट एंड साउंड शो जैसी अत्याधुनिक व्यवस्थाएं भी होंगी। यह पहल अयोध्या के धार्मिक पर्यटन को एक नया आयाम देगी और युवाओं तथा विदेशियों को भारतीय मंदिरों के वैज्ञानिक और दार्शनिक पहलुओं से अवगत कराएगी, जिससे अयोध्या वैश्विक आध्यात्मिक मानचित्र पर और मज़बूती से स्थापित होगा।


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