उत्तर प्रदेश: माध्यमिक विद्यालयों में 20,000 शिक्षकों की सीधी भर्ती की तैयारी, मार्च 2026 तक भरे जाएंगे रिक्त पद

उत्तर प्रदेश के माध्यमिक विद्यालयों में लगभग 20 हजार शिक्षकों (टीजीटी/पीजीटी) की सीधी भर्ती की तैयारी जोरों पर है।

Updated On 2025-10-30 09:47:00 IST

आयोग द्वारा विज्ञापन जारी किया जाएगा और फिर भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए राज्य सरकार ने सीधी भर्ती की प्रक्रिया तेज कर दी है। प्रदेश भर के सहायता प्राप्त (एडेड) और राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में लगभग 20 हजार शिक्षकों के रिक्त पदों को मार्च 2026 तक भरने की तैयारी है। माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने इस संबंध में सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है, जिसमें 31 मार्च 2026 तक की संभावित रिक्तियों का ब्यौरा भी शामिल होगा।

रिक्त पदों को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया शुरू

माध्यमिक शिक्षा निदेशालय, लखनऊ ने भर्ती प्रक्रिया को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए कदम उठाए हैं। माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ. महेंद्र देव के अनुसार, राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र द्वारा एक ऑनलाइन पोर्टल विकसित किया जा रहा है। जैसे ही यह पोर्टल तैयार हो जाएगा, रिक्त पदों की पूरी सूची को ऑनलाइन अपलोड कर दिया जाएगा। इस अध्याचन को अंतिम रूप देने के बाद, इसे उत्तर प्रदेश शिक्षक सेवा चयन आयोग को भेजा जाएगा। आयोग द्वारा विज्ञापन जारी किया जाएगा और फिर भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी। यह कदम भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।

मार्च 2026 तक भर्ती पूरी करने का लक्ष्य

इस भर्ती अभियान का मुख्य लक्ष्य शैक्षणिक सत्र 2026 की शुरुआत से पहले माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों की कमी को पूरी तरह से खत्म करना है, ताकि छात्रों की पढ़ाई प्रभावित न हो। 20 हजार पदों पर होने वाली यह भर्ती प्रदेश के युवाओं के लिए एक बड़ा अवसर होगी। इसमें प्रशिक्षित स्नातक (TGT) और प्रवक्ता (PGT) दोनों तरह के शिक्षकों के पद शामिल होने की उम्मीद है। विभिन्न विषयों में विशेषज्ञ शिक्षकों की नियुक्ति से शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार आने की आशा है। सरकार की ओर से इस भर्ती प्रक्रिया को निर्धारित समय-सीमा के अंदर पूरा करने पर जोर दिया जा रहा है।

एडेड और राजकीय विद्यालयों में बड़ी संख्या में खाली हैं पद

माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों के रिक्त पदों की संख्या काफी समय से चिंता का विषय बनी हुई है। सहायता प्राप्त इंटर कॉलेजों के साथ-साथ राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में भी हजारों पद खाली पड़े हैं। कई एडेड कॉलेजों में तो प्रधानाचार्यों के पद भी कार्यवाहक या प्रभारी प्रधानाध्यापकों के भरोसे चल रहे हैं। शिक्षकों की भारी कमी से शैक्षणिक व्यवस्था प्रभावित हो रही है। इस भर्ती के साथ ही, पदोन्नति कोटे से प्रधानाचार्यों की नियुक्ति प्रक्रिया भी शुरू करने की तैयारी है, जिससे विद्यालयों के प्रशासनिक ढांचे को मजबूत किया जा सके। इस मेगा भर्ती से न केवल स्कूलों को शिक्षक मिलेंगे, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे।


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