Ujjain Violence: मुहर्रम जुलूस में क्यों भड़की हिंसा, क्या कहते हैं सरकार के मंत्री; देखें Video
उज्जैन में मुहर्रम जुलूस के दौरान हिंसा, 5 पुलिसकर्मी घायल। भाजपा नेताओं ने कड़ी निंदा की और सख्त कार्रवाई की मांग की। जानें पूरी घटना का विवरण।
उज्जैन में मुहर्रम जुलूस के दौरान हिंसा: पुलिसकर्मी घायल, भाजपा नेताओं ने की कड़ी निंदा
Ujjain Muharram Violence Update: उज्जैन में शनिवार (5 जुलाई) को मुहर्रम के जुलूस में हुई हिंसा ने राज्य में कानून-व्यवस्था को लेकर चिंता बढ़ा दी है। इसमें पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं। फिलहाल, स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन घटना क्यों और कैसे हुई? पुलिस को लाठीचार्ज क्यों करना पड़ा? आज इन्हीं सवालों के जवाब देने की कोशिश करेंगे।
मध्य प्रदेश सरकार मंत्री और भाजपा नेताओं ने भी इस घटना पर प्रतिक्रिया दी है। मंत्री विश्वास सारंग ने घटना की निंदा करते हुए इसे पूर्व नियोजित बताया। उन्होंने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
उज्जैन में हिंसा कैसे भड़की?
- उज्जैन बेहद धार्मिक और शांति पृवत्ति का शहर रहा है। यहां की गंगा-जामुनी तहजीब हर किसी को लुभाती रही है, लेकिन 5 जुलाई को मुहर्रम पर हुई हिंसक झड़प ने इसे गहरा धक्का पहुंचाया है।
- पुलिस ने बताया कि मुहर्रम जुलूस के लिए पूर्व निर्धारित मार्ग तय किया गया था। आयोजकों ने भी इस पर सहमति जताई थी। जबकि, वायरल वीडियो के अनुसार जुलूस में शामिल लोग निर्धारित मार्ग से हटकर प्रतिबंधित इलाके में प्रवेश करने लगे।
- पुलिस ने बैरिकेड्स लगाकर जुलूस में शामिल लोगों को रोकने की कोशिश की। जिससे वह भड़क गए। हालात उस समय बिगड़ गए, जब भीड़ ने पुलिस को नजरअंदाज कर बैरिकेड्स तोड़ने लगी। इसके बाद स्थिति नियंत्रित करने पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा।
पुलिस अधिकारियों ने क्या कहा?
उज्जैन पुलिस ने स्थिति को देखते हुए एक आयोजक सहित 16 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि हम घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से अन्य दोषियों की पहचान कर रहे हैं। किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया कि मुहर्रम जुलूस की अनुमति दी गई थी, लेकिन हिंसा फैलाने या नियमों के उल्लंघन की इजाजत नहीं थी।
मंत्री बोले- कानून तोड़ने की इजाजत नहीं
- मध्य प्रदेश के सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग ने समाचार एजेंसी IANS से कहा, संविधान हर धर्म को मानने की स्वतंत्रता देता है, लेकिन कानून-व्यवस्था तोड़ने की इजाजत किसी को नहीं है। पुलिस पर हमला करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
- भोपाल के भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने उज्जैन की इस घटना को पूर्व नियोजित साजिश बताया है। कहा, मुख्यमंत्री मोहन यादव की सरकार ऐसे तत्वों को कड़ी से कड़ी सजा देगी। ताकि, वे दोबारा इस तरह की हरकत करने से पहले 100 बार सोचें
Ujjain Violence वायरल वीडियो में क्या ?
उज्जैन हिंसा के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। इनमें स्पष्ट तौर पर देखा जा सकता है कि जुनूस में शामिल लोग कैसे पुलिस बैरिकेड्स को धक्का दे रही है। वीडियो में पुलिस को भीड़ नियंत्रित करने के लिए लोगों पर डंडे बरसाते भी देखा जा सकता है। लाठीचार्ज के बाद मौके पर भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। ताजिया ले जाने वाले लोगों को घोड़े छोड़कर भागना पड़ा।
भोपाल में शांतिपूर्ण आयोजन
उज्जैन को छोड़कर मध्य प्रदेश के अन्य जिलों में मुहर्रम जुलूस शांतिपूर्वक निकाले गए। भोपाल में फतेहगढ़ से शुरू हुआ मुख्य जुलूस, ईरानी इमामबाड़ा, मंगलवारा, करोंद, आरिफ नगर और जेपी नगर जैसे इलाकों से गुजरा। अशोका गार्डन स्थित सुन्नी सकलानी जामा मस्जिद में 3 दिन की विशेष मजलिस और शांति प्रार्थना की गई।