CM Kejriwal को अपने भ्रष्टाचार की सजा जरूर मिलेगी, सचदेवा बोले- वकीलों के दांव पेंच से कुछ महीने टाल सकते हैं सजा

दिल्ली बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने एक बार फिर सीएम केजरीवाल पर निशाना साधा है। अरविंद केजरीवाल को अपने भ्रष्टाचार की सजा जरूर मिलेगी। वह न्यायालय में वकीलों के दांव पेंच से कुछ महीने सजा टाल सकते हैं।

Updated On 2024-02-23 21:03:00 IST
दिल्ली बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा

Delhi: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अपने भ्रष्टाचार की सजा जरूर मिलेगी। वह न्यायालय में वकीलों के दांव पेंच से कुछ महीने सजा टाल सकते हैं पर दिल्ली की जनता वोटिंग के दिन केजरीवाल को कड़ी सजा देगी। दिल्ली भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने शुक्रवार को केजरीवाल पर निशाना साधते हुए उक्त बातें कही।

सचदेवा ने कहा है कि भ्रष्टाचार में डूबी आम आदमी पार्टी कल तक जिन अरविंद्र सिंह लवली जैसे कांग्रेसी नेताओं को चोर कहते नहीं थकती थी आज उन्हीं के कंधे पर बैठ कर राजनीतिक पतन को टालना चाहती है। इन कांग्रेसी नेताओं की भी मजबूरी है इन्हें जनता तो पूछती नहीं इसलिए यह अब अरविंद केजरीवाल की गाड़ी में बैठ कर कुछ दिन चर्चा में रहने का प्रयास कर रहे हैं। सचदेवा ने कहा है कि आम आदमी पार्टी एवं कांग्रेस के दोनों यह भलीभांति जानते है कि उनका साथ केवल लोकसभा चुनाव की गिनती की सुबह तक चलेगा, दोपहर को हार होते ही दोनों अपनी अपनी अलग राह पर निकल जाएंगे।

कांग्रेस नेता ने शराब घोटाले पर सबसे पहली दी थी शिकायत

सचदेवा ने कहा है कि शुक्रवार की पत्रकार वार्ता में आम आदमी पार्टी नेताओं सौरभ भारद्वाज, आतिशी एवं संदीप पाठक के चेहरे पर राजनीतिक निराशा, हताशा और भ्रष्टाचार की सजा का भय साफ नजर आ रहा था। आप नेता कह रहे हैं हम कांग्रेस से गठबंधन कर रहे हैं इसलिए भाजपा अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करवाना चाहती है पर वह यह भूल रहे हैं कि जिस कांग्रेस से आज वह गठबंधन करने जा रहे है उसी कांग्रेस के नेता अजय माकन ने उपराज्यपाल को शराब घोटाले पर सबसे पहली लिखित शिकायत सौंपी थी।

इस बार BJP को मिलेगा 70 प्रतिशत से अधिक वोट

सचदेवा ने कहा कि आप नेता जान रहे हैं कि 2014 लोकसभा में दिल्ली की 7 सीटों पर नरेन्द्र मोदी के नाम पर भाजपा को 51 प्रतिशत वोट दिया तो 2019 में दिल्ली वालों ने 59 प्रतिशत वोट देकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पुनः प्रधानमंत्री को चुना था। 2024 के लिए भी दिल्ली वाले प्रधानमंत्री को 70 प्रतिशत से अधिक वोट देने का मन बना चुके हैं। अब कांग्रेस एवं “आप“ एक साथ लड़ें या अलग अलग जनता ने सिरे से नकारेगी। सीएम अरविंद केजरीवाल जानते हैं कि गठबंधन पिटा हुआ है और वह गुरुवार शाम से जहां गठबंधन के सूत्र फैला रहे हैं, वहीं अपने लिए सहानुभूति का वातावरण बनाने के लिए अपनी गिरफ्तारी की सम्भावनाओं को लेकर भ्रम फैला रहे हैं।

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