Delhi Weather: यमुना के जलस्तर में मामूली गिरावट, लेकिन दिल्ली से टला नहीं बाढ़ का खतरा
दिल्ली में कई दिनों के बाद यमुना के जलस्तर में गिरावट दर्ज की गई है। लेकिन, जिस तरह से बारिश हो रही है, यह कहना जल्दबाजी होगा कि दिल्ली से बाढ़ का खतरा खत्म होने लगा है।
दिल्ली में यमुना के जलस्तर में मामूली गिरावट
देश की राजधानी दिल्ली के पुराने लोहे के पुल पर यमुना के जलस्तर में मामूली कमी दर्ज की गई है। दिल्ली बाढ़ नियंत्रण विभाग की मानें तो शनिवार को यमुना का जलस्तर 206.65 मीटर दर्ज किया गया है। इससे पहले यह जलस्तर 207 मीटर के आसपास दर्ज किया जा रहा था। हालांकि मौसम विभाग की बारिश को लेकर किए गए पूर्वानुमान पर भरोसा करें तो राजधानी से अभी तक बाढ़ का खतरा टला नहीं है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यमुना में खतरे का निशान 205.33 मीटर है। पिछले कई दिनों से यमुना का जलस्तर 207 मीटर के ऊपर दर्ज किया गया था। शनिवार को पहली बार यह जलस्तर गिरकर 206.47 मीटर दर्ज किया गया। केंद्रीय जल आयोग ने अनुमान जताया है कि यमुना के जलस्तर में आगे भी गिरावट रहेगी। शाम तक यमुना के जलस्तर का 206 मीटर के आसपास पहुंचने की संभावना है। हालांकि यमुना से सटे इलाकों में अभी भी बाढ़ का पानी जमा है।
यमुना बाजार 32 घाट कॉलोनी में जलभराव है, वहीं तिब्बती कॉलोनी भी बाढ़ के चलते पूरी तरह से सुनसान दिख रही है। प्रभावित लोग बाढ़ राहत शिविरों में रहने को मजबूर हैं। हालांकि मौसम विभाग ने दो दिन तेज बारिश और इसके बाद स्थिति सामान्य रहने की संभावना जताई है, लेकिन पहाड़ों पर हो रही बारिश के चलते यमुना के जलस्तर में गिरावट बरकरार रहेगी या बढ़ोतरी, इस पर पुख्ता रूप से कुछ भी कहना मुश्किल है।
दिल्ली से बाढ़ का खतरा टला नहीं
मौसम विभाग की भी मानें तो पहाड़ों पर हो रही बारिश का सिलसिला अगले एक सप्ताह तक जारी रह सकता है। दिल्ली में भी शनिवार से लेकर रविवार तक तेज बारिश की संभावना जताई है। इसके बाद मौसम साफ होगा, जिस कारण लोगों को उमस जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।
लेकिन, भांखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड ने भी स्पष्ट किया है कि बारिश के चलते भांखड़ा बांध पर पानी का स्तर बढ़ रहा है। ऐसे में पानी छोड़ना अति आवश्यक हो जाता है। बीबीएमबी अध्यक्ष मनोत्र त्रिपाठी ने शुक्रवार को कहा था कि पानी छोड़ने से 24 घंटे पहले ही राज्यों और अन्य एजेंसियों को सूचित कर दिया जाता है। उन्होंने कहा कि सभी राज्यों और एजेंसियों से समन्वय स्थापित कर इस दिशा में अहम कदम उठा रहे हैं।