Delhi Flyovers: दिल्ली में यहां बनेंगे 2 फ्लाईओवर, इन इलाकों में नहीं लगेगा ट्रैफिक जाम
Kalkaji Modi Mill Flyover: दक्षिणी दिल्ली में ट्रैफिक जाम से राहत दिलाने के लिए कालकाजी और मोदी मिल के पास फ्लाईओवर बनाने का फैसला किया गया है। यहां पढ़िए पूरा डिटेल-
बघौला फ्लाईओवर की 1 लेन खुली (प्रतीकात्मक तस्वीर)
Kalkaji Modi Mill Flyover: साउथ दिल्ली में ट्रैफिक जाम को कम करने के लिए कालकाजी और मोदी मिल के पास फ्लाईओवर बनाने की योजना है। दोनों फ्लाईओवर बनाने के लिए PWD विभाग ने मिट्टी की जांच और भू-तकनीकी सर्वे शुरू कर दिया है। इसे लेकर गहरे बोरहोल खोदकर मिट्टी के सैंपल लिए जा रहे हैं, ताकि फ्लाईओवर की नींव के लिए सुरक्षित वहन क्षमता और उचित डिजाइन तैयार हो सके।
लोक निर्माण विभाग (PWD) के अधिकारियों का कहना है कि मंजूरी के बाद ही निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा, ताकि परियोजना में किसी तरह की देरी न हो। अधिकारियों का कहना है कि परियोजना को लेकर मोदी मिल के पास मशीने लगाई गई हैं, ताकि जमीन के अंदर की स्थिति की जांच हो सके। जांच के दौरान देखा जा रहा है कि अगर जमीन में कोई चट्टान है, तो कितनी गहराई में है। बताया जा रहा है कि इसको निकालकर लैब में जांच के लिए भेजा जाएगा।
सिंगल फ्लाईओवर डबल किया होगा
इस योजना के तहत बाहरी रिंग रोड पर मोदी मिल और सावित्री सिनेमा के सामने नए फ्लाईओवर बनेगा। लोक निर्माण विभाग द्वारा इस परियोजना पर काम किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि 412 करोड़ रुपये की यह परियोजना दिल्ली के दक्षिणी हिस्से में ट्रैफिक की समस्या को कम करने की दिशा में बड़ा कदम साबित हो सकती है।
योजना के अनुसार सावित्री सिनेमा के सामने सिंगल बने फ्लाईओवर को डबल किया जाएगा। इसके अलावा कालका जी मंदिर के पास सिंगल बने फ्लाईओवर को भी डबल करने का फैसला लिया गया है। इस फ्लाईओवर को मोदी मिल के पास रेलवे लाइन पर बने फ्लाईओवर से कनेक्ट किया जाएगा।
इस वजह से होता है ज्यादा ट्रैफिक जाम
मौजूदा समय में सावित्री सिनेमा के सामने मोदी मिल से IIT की तरफ जाने के लिए सिंगल फ्लाईओवर है। इस फ्लाईओवर को साल 2001 में 1.5 किलो मीटर लंबा बनाया गया था। लेकिन IIT की तरफ से मोदी मिल की तरफ आने के लिए फ्लाईओवर नहीं है। जिसकी वजह से इस पॉइंट पर भयंकर जाम लग जाता है। कई बार आमजन ट्रैफिक में फंस जाते हैं। इसी तरह कालकाजी मंदिर के सामने से मोदी मिल से नेहरू प्लेस जाने के लिए सिंगल फ्लाईओवर है, मगर नेहरू प्लेस से मोदी मिल आने वाले लोग इस पॉइंट पर ट्रैफिक जाम का सामना करते हैं। पिछले 15 साल से यहां पर फ्लाईओवर बनाने की मांग उठाई जा रही है।
इन इलाकों को मिलेगी राहत
इस योजना के पूरा हो जाने के बाद कालकाजी से मोदी मिल फ्लाईओवर आपस में जुड़ जाएंगे। इसकी मदद से चित्तरंजन पार्क, ग्रेटर कैलाश, चिराग दिल्ली, कालकाजी और नेहरू प्लेस जैसे इलाकों का यातायात सुगम हो जाएगा। परियोजना केंद्रीय सड़क निधि (CRF) से दिल्ली के लिए आवंटित 1 हजार करोड़ रुपये के बजट से पूरी की जाएगी।
परियोजना को अप्रैल में मिली थी मंजूरी
इसे लेकर पहले केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय से मंजूरी ली जाएगी। जरूरत पड़ने पर PWD एक्स्ट्रा फंड को लेकर भी अनुरोध कर सकता है। बता दें कि इस परियोजना को अप्रैल 2025 में ही दिल्ली सरकार ने मंजूरी दे दी थी। हालांकि परियोजना को 2015 में प्रस्तावित किया गया था। फंड, जमीन अधिग्रहण और पेड़ कटाई की अनुमति जैसे मुद्दों की वजह से सालों तक यह परियोजना अटकी हुई थी।