Delhi Roshanara Club: गंभीर, कोहली, सहवाग...ऐतिहासिक क्लब, जो बड़े क्रिकेटरों की पारियों का रहा गवाह

Delhi Roshanara Club: दिल्ली में अंग्रेजों के जमाने का बना रोशनआरा क्लब आम लोगों के लिए खोल दिया गया है। इस क्लब में विराट कोहली, वीरेंद्र सहवाग जैसे कई दिग्गज खिलाड़ी खेल चुके हैं। पढ़ें इस क्लब का पूरा इतिहास...

Updated On 2025-08-05 07:00:00 IST

दिल्ली का रोशनआरा क्लब आम नागरिकों के लिए खुला। (Image Source- DDA Twitter)

Delhi Roshanara Club History: दिल्ली का सबसे पुराना क्रिकेट क्लब रोशनआरा को आम नागरिकों के लिए खोल दिया गया है। यह क्लब अंग्रेजों के जमाने में बना था, जहां पर अब आम लोग भी खेल सकेंगे। हाल ही में दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने इस क्लब का उद्घाटन किया। एक समय ऐसा भी था, जब इस क्लब में भारतीयों को एंट्री नहीं दी जाती थी, लेकिन अब वही क्लब में दिल्ली के लिए नई पहचान बन गया है। ब्रिटिश काल में रोशनआरा क्लब पर अंग्रेजों ने कब्जा जमाया हुआ था।

उस दौरान यह क्लब सिविल लाइंस के अमीरों की पसंदीदा जगह थी। यहां पर सिर्फ क्रिकेट नहीं खेला जाता था, बल्कि ब्रिटिश अफसर, उनकी पत्नियां, आजादी के बाद के नेता और दिल्ली के अमीर लोग यहां पर आते थे। यह क्लब महंगे खाने, शराब और आलीशान बिलियर्ड के साथ अमीरों के लिए बहुत ही आरामदायक जगह बन गया था। इतना ही नहीं दिल्ली के रोशनआरा क्लब में भारत के कई दिग्गज क्रिकेटर भी खेल चुके हैं।

2 सालों तक चला मरम्मत का काम

दिल्ली के सबसे पुराने और ऐतिहासिक रोशनआरा क्लब 22 एकड़ की जमीन पर फैला हुआ है, जिसे पहले रोशनआरा क्लब प्राइवेट लिमिटेड कहा जाता था। दो साल पहले दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) ने इसे अपने अधीन कर लिया था। साल 2023 में एलजी वी.के. सक्सेना ने इस क्लब का दौरा किया था, तब उन्होंने इसे जर्जर हालत में पाया। इसके बाद उन्होंने रोशनआरा क्लब की मरम्मत कराने का निर्देश दिया। करीब 2 साल तक क्लब की मरम्मत और रिनोवेशन का काम चला, जो इस साल पूरा हो पाया।

इस क्लब के रिनोवेशन के दौरान कई बदलाव किए गए हैं। डीडीए के अनुसार, क्लब की विरासत को संभाल कर रखते हुए बदलाव किए गए हैं। रोशनआरा क्लब में यूरोपीय डिजाइन की पुरानी खिड़कियां और दरवाजें बदले गए और मैंगलोर-टाइल्स से बनी छत का भी बदलाव किया गया है। इसके अलावा क्लब में लगे पुराने झूमर और फर्नीचर की मरम्मत की गई। इनमें कोई बदलाव नहीं किया गया है।


रोशनआरा क्लब का इतिहास

रोशनआरा क्लब की स्थापना 15 अगस्त 1922 को हुई थी, जो अंग्रेजों के लिए खास जगह हुआ करती थी। इस क्लब का नाम मुगल शासक शाहजहां की बेटी 'बेगम रोशनआरा ' के नाम पर रखा गया। यह क्लब भारतीय क्रिकेट की ऐतिहासिक विरासत है। रोशनआरा क्लब को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) का जन्म स्थल माना जाता है। दिसंबर 1928 में इस क्लब में एक पुराने फायरप्लेस के सामने अलग-अलग क्रिकेट संघों और देशों के सदस्य की मीटिंग हुई, जिसमें भारत का क्रिकेट बोर्ड यानी बीसीसीआई बनाने का फैसला लिया गया। उस समय आर. ई. ग्रांट गोवन को बोर्ड का पहला अध्यक्ष चुना गए, जबकि एंथनी डी मेलो बोर्ड के सेक्रेटरी बने।

देश की आजादी के बाद रोशनआरा क्लब कई सालों तक प्राइवेट एजेंसी द्वारा चलाया जा रहा था, लेकिन सितंबर 2023 में क्लब की 90 सालों की लीज खत्म हो गई। इसके बाद डीडीए ने क्लब को अपने अधीन ले लिया और रिनोवेशन का काम शुरू किया।

ये दिग्गज क्रिकेटर खेल चुके

देश की आजादी के बाद साल 1954 में रोशनआरा क्लब में सर्विसेज और ईस्टर्न पंजाब के बीच पहला रणजी ट्रॉफी का मैच खेला गया। इसके बाद राहुल द्रविड़, वीरेंद्र सहवाग, युवराज सिंह, हरभजन सिंह, गौतम गंभीर और विराट कोहली जैसे कई दिग्गज खिलाड़ियों ने रोशनआरा के मैदान पर रणजी ट्रॉफी के मैच खेले। पूर्व भारतीय कप्तान विराट कोहली के नेशनल टेस्ट क्रिकेट करियर की शुरुआत में इस क्लब की अहम भूमिका रही।

इसी क्लब के मैदान पर साल 2009 के रणजी ट्रॉफी सीजन में विराट कोहली ने दिल्ली की ओर से महाराष्ट्र के खिलाफ नाबाद 67 रन बनाए थे और टीम को मैच जिताया था। विराट कोहली के बचपन के कोच इस पारी को कोहली के घरेलू क्रिकेट की शानदार पारियों में से एक मानते हैं।

क्या है क्लब की फीस?

रोशनआरा क्लब में टेनिस (सिंथेटिक कोर्ट) एक घंटे खेलने के लिए 240 रुपये फीस देनी होती है। इसी तरह टेनिस (क्ले कोर्ट) खेलने के लिए 40 मिनट की फीस 100 रुपये है। इसके अलावा बास्केटबॉल गेम एक घंटा खेलने के लिए 100 रुपये, वीकडे (सुबह 9 से शाम 4 बजे तक) पर क्रिकेट के लिए 11,800 रुपये, वीकेंड (सुबह 9 से शाम 4 बजे तक) पर क्रिकेट खेलने के लिए 16,500 रुपये, मिनी फुटबॉल 1 घंटे खेलने के लिए 1,500 रुपये और वीकेंड पर मिनी फुटबॉल खेलने के लिए 3,120 रुपये फीस देना होता है। इसके अलावा यहां पर अन्य कई सारे गेम खेल सकते हैं, जिसके लिए अलग-अलग फीस देनी होगी।

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