Delhi Metro: दिल्ली मेट्रो का सबसे गहरा मेट्रो स्टेशन, हर दिन लाखों लोग करते हैं सफर
Delhi Metro: दिल्ली मेट्रो में सफर करने वाले बहुत से लोग सबसे गहरे मेट्रो स्टेशन के बारे में नहीं जानते। बता दें कि सबसे गहरा और लंबा मेट्रो स्टेशन दिल्ली का हौज खास मेट्रो स्टेशन है।
दिल्ली का सबसे लंबा और गहरा मेट्रो स्टेशन है हौज खास।
Delhi Metro: दिल्ली मेट्रो को दिल्ली की लाइफ लाइन कहा जाता है। दिल्ली मेट्रो की मदद से रोजाना लाखों लोग सफर करते हैं और अपने गंतव्य तक पहुंचते हैं। दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (DMRC) दिल्ली की सभी मेट्रो लाइन का परिचालन करती है इसकी मदद से सड़कों पर दबाव कम पड़ता है और लोगों को आसान और सुविधाजनक सफर मिलता है। इसके अलावा दिल्ली मेट्रो से सफर करने में खर्च भी कम आता है। दिल्ली मेट्रो की मदद से लोग लंबी दूरी को कम समय और कम बजट में तय करते हैं।
हालांकि दिल्ली मेट्रो के सबसे गहरे मेट्रो स्टेशन के बारे में जहां दो इंटरचेंज होते हैं, इसके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। इस स्टेशन का नाम येलो लाइन (हुडा सिटी सेंटर- समयपुर बादली) और मैजेंटा लाइन (जनकपुरी पश्चिम-बोटेनिकल गार्डन) के लिए इंटरचेंज किया जाता है।
दिल्ली मेट्रो में जमीन के ऊपर ही नहीं, जमीन के अंदर भी स्टेशन बनाए गए हैं। इनमें से एक स्टेशन मैजेंटा लाइन पर मौजूद हौज खास है, ये गहराई में दूसरे स्टेशन से सबसे ज्यादा गहरा है।
हौज खास मेट्रो स्टेशन की खासियत
- कहा जाता है कि ये मेट्रो स्टेशन 8 मंजिला बिल्डिंग जितना गहरा है।
- ये दिल्ली मेट्रो का सबसे ज्यादा गहरा स्टेशन है।
- इसकी गहराई लगभग 29 मीटर यानी 95 फीट है।
- इस मेट्रो स्टेशन पर खाने-पीने से लेकर एक से एक स्टोर्स खुले हुए हैं। यहां काफी अच्छी सुविधाएं दी गई हैं।
- ये स्टेशन दिखने में काफी सुंदर है। यहां दीवारों पर कई पेंटिंग बनाई गई हैं।
- हौज खास मेट्रो स्टेशन पर येलो लाइन के लिए इंटरचेंज करने की सुविधा है।
393 किलोमीटर में फैला है दिल्ली मेट्रो
बता दें कि दिल्ली मेट्रो भारत का सबसे बड़ा नेटवर्क वाला मेट्रो है। ये नेटवर्क लगभग 393 किलोमीटर में फैला हुआ है। इसमें 10 रंग कोडित लाइनें हैं। इन लाइनों पर लगभग 289 मेट्रो स्टेशन हैं। सबसे ज्यादा मेट्रो दिल्ली-एनसीआर में ही चलती हैं। ये नेटवर्क दिल्ली से फरीदाबाद, गुरुग्राम और नोएडा तक फैला हुआ है। जल्द इसे और बढ़ाया जाएगा। दिल्ली मेट्रो में रोजाना 4 लाख से ज्यादा लोग सफर कर सकते हैं।