Delhi Assembly: नहीं थम रहा 'फांसी घर' विवाद, विधानसभा ने केजरीवाल समेत कई नेताओं को भेजा नोटिस
Delhi Assembly: दिल्ली विधानसभा का फांसी घर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। सचिवालय की तरफ से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत कई नेताओं को नोटिस भेज दिया गया है।
दिल्ली विधानसभा में फांसी घर के लिए अरविंद केजरीवाल को भेजा नोटिस।
Delhi Assembly: 'फांसी घर' विवाद को लेकर दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, राम निवास गोयल और राखी बिड़ला को नोटिस भेजा गया है। ये नोटिस दिल्ली विधानसभा के स्पीकर विजेंद्र गुप्ता की ओर से जारी किया गया है। 19 सितंबर तक इन चारों नेताओं से जवाब मांगा गया है।
जानकारी के अनुसार, दिल्ली सचिवालय की तरफ से हाल ही में एक पत्र जारी किया गया है। इसके अनुसार, 22 अगस्त 2022 को पुराने सचिवालयके विधानसभा परिसर में 'फांसी घर' का उद्घाटन किया गया था। इस उद्घाटन के दौरान अरविंद केजरीवाल मुख्य अतिथि थे। इसके अलावा मनीष सिसोदिया, राम निवास गोयल और राखी बिड़ला भी मौजूद थे। इस समारोह की अध्यक्षता तब के स्पीकर रहे राम निवास गोयल ने की थी।
दरअसल, विपक्षी सरकार आम आदमी पार्टी का दावा है कि विधानसभा भवन के एक हिस्से में कभी फांसी घर हुआ करता था। वहीं बीजेपी सरकार का कहना है कि ये झूठ है और साथ ही तिहास का घोर विकृति और राष्ट्रीय शहीदों का अपमान है। मानसून सत्र के दौरान इसे लेकर सदन में काफी हंगामा भी देखने को मिला।
बीजेपी सरकार ने आरोप लगाया कि अरविंद केजरीवाल सरकार ने झूठा प्रचार कर दिल्ली की जनता द्वारा दिए गए टैक्स का 1.04 करोड़ रुपए खर्च किए थे। बीजेपी सरकार की तरफ से कहा गया कि केजरीवाल सरकार ने राजनीतिक लाभ पाने के लिए जनता के पैसे का दुरुपयोग किया। वहीं अब इन पैसों की वसूली और विधानसभा के हिस्से को फांसी घर बताने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने और जांच शुरू करने की मांग की गई है।
विजेंद्र गुप्ता ने इस बारे में बताया कि 'फांसी घर' असल में एक टिफिन रूम था। इसका इस्तेमाल ब्रिटिश शासन के दौरान टिफिन देने के लिए किया जाता था। ऐसे में ये कहना कि इस जगह पर ब्रिटिश शासन के दौरान स्वतंत्रता सेनानियों को फांसी दी जाती थी। ये एक गलत धारणा है।
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