Saurabh Bhardwaj: सीएम रेखा गुप्ता के आवास का टेंडर रद्द, मंत्री बोले- मायामहल में...
Saurabh Bhardwaj: दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के बंगलों का रिनोवेशन करने के लिए 60 लाख रुपए की धनराशि पर ठेका दिया गया था। अब इस ठेके को कैंसिल कर दिया गया है।
आम आदमी पार्टी के नेता सौरभा भारद्वाज और मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता।
Saurabh Bhardwaj: बुधवार को दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के सरकारी आवास की मरम्मत का ठेका रद्द कर दिया गया। रद्द करने की वजह प्रशासनिक कारणों को बताया गया। इस फैसले को रद्द किए जाने के बाद विपक्षी पार्टी आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने बीजेपी सरकार और सीएम रेखा गुप्ता पर जमकर निशाना साधा है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली की बीजेपी सरकार ने आम आदमी पार्टी और जनता के दबाव में आकर 'मायामहल' का रिनोवेशन टेंडर रद्द किया है। उन्होंने कहा कि इस मायामहल में 14 एसी, माइक्रोवेव ओवन, गीजर, एलईडी, पांच एलसीडी टीवी समेत कई अन्य चीजें लगाने के लिए टेंडर दिया गया था।
पूर्व मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि सीएम रेखा गुप्ता ये बताएं कि क्या उनके आवास में इन चीजों की जरूरत नहीं थी और अगर थी तो इन्हें कैंसिल क्यों किया गया। इस टेंडर को रद्द करने के पीछे का कारण क्या है?
उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले खबर आई थी कि नई मुख्यमंत्री ने एक नहीं, दो बंगले लिए हैं। पहले जो मंत्री वहां रहते थे, उन्हें एक बंगला मिलता था। ऑफिस के लिए अलग से पोर्टा केबिन थे लेकिन सीएम साहिबा ने दो बंगले लिए। इसके बाद पता चला कि पीडब्ल्यूडी ने सीएम के बंगले के रिनोवेशन के लिए लंबा-चौड़ा टेंडर निकाला। अब खबर मिली है कि उस टेंडर को कैंसिल कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि हो सकता है कि इसके पीछे कोई और कारण हो, जिसके कारण टेंडर रद्द किया गया है। क्या अब किसी और तरीके से साजो-सज्जा का सामान बंगले में लगाया जाएगा? उन्होंने कहा कि सीएम रेखा गुप्ता के बंगलों के रिनोवेशन के लिए विपक्षी पार्टी और जनता द्वारा की गई आलोचना के बाद कैंसिल किया गया है।
बता दें कि लोक निर्माण विभाग ने सीएम रेखा गुप्ता को राजनिवास मार्ग पर दो बंगले आवंटित किए। इनमें से एक उनके निवास के लिए और दूसरा शिविर कार्यालय के लिए आवंटित किया गया। पिछले सप्ताह शिविर कार्यालय में हवन कर उसका उद्घाटन किया गया। दस्तावेजों में लिखा गया कि सीएम के बंगलों के रिनोवेशन के लिए 60 लाख रुपए का ठेका दिया गया था। अब इस ठेके को रद्द किया जा चुका है।