Delhi Pilot Projects: अब दिल्ली होगी वायर मुक्त, पायलट प्रोजेक्ट के तर्ज पर होंगे ये काम
CM Rekha Gupta: सीएम रेखा गुप्ता ने आज पायलट प्रोजेक्ट शुरू कर दिया है। प्रोजेक्ट के तहत दिल्ली को वायर मुक्त करने का फैसला लिया गया है।
CM Rekha Gupta: दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता आज अपने विधानसभा क्षेत्र यानी शालीमार बाग में पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत की है। इस प्रोजेक्ट के तहत दिल्ली को वायर मुक्त किया जाएगा। सीएम रेखा गुप्ता का कहना है कि शालीमार बाग की कॉलोनियों में वायर को अंडर ग्राउंड किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि विधानसभा क्षेत्र के BH ब्लॉक जनता फ्लैट्स कॉलोनी में इस परियोजना की शुरुआत की जाएगी। इस मौके पर उनेक साथ विद्युत मंत्री आशीष सूद भी मौजूद रहे।
100 करोड़ रुपये देने की घोषणा
जानकारी के मुताबिक सीएम रेखा गुप्ता ने शहर की सुरक्षा और सौंदर्य को बढ़ाने के उद्देश्य से बिजली के तारों को अंडरग्राउंड करने के लिए 100 करोड़ रुपये देने की घोषणा भी की है। सरकार के इस पायलट प्रोजेक्ट का मुख्य उद्देश्य मौजूदा ओवरहेड तारों को भूमिगत केबलिंग से बदलते हुए सुंदरता और सुरक्षा को बढ़ावा देना है। ऐसा माना जा रहा है कि इस प्रोजेक्ट को शहर के दूसरे हिस्सों में भी लागू किया जाएगा। बताया जा रहा है कि इस पायलट प्रोजेक्ट को उत्तरी दिल्ली के इलाकों में बिजली की सप्लाई करने वाली बिजली वितरण कंपनी TPDDL (टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड) द्वारा शुरू किया जाएगा।
दिल्ली होगी वायर फ्री
प्रोजेक्ट को लेकर मीडिया से बात करते हुए सीएम रेखा गुप्ता ने कहा कि, 'ओवर हेड वायर्स को अंडर ग्राउंड करना दिल्ली के लिए एक पायलट प्रोजेक्ट है। यह एक सोच और विजन है कि हमारी दिल्ली वायर फ्री हो। उन्होंने कहा कि उन्हें खुशी है कि आज इस प्रोजेक्ट के माध्यम से दिल्ली के लोगों को एक नई सुविधा देने का काम सरकार कर रही है। सीएम रेखा गुप्ता ने यह भी कहा कि आने वाले समय में दिल्ली में एक भी तार दिखाई नहीं देगा।'
मंत्री आशीष सूद ने क्या कहा ?
दिल्ली के विद्युत मंत्री आशीष सूद ने कहा, 'मुख्यमंत्री के नेतृत्व में दिल्ली को तारों मुक्त करने का प्रयास है। दिल्ली की सरकार के पास पूंजीगत व्यय के नाम पर शून्य पैसा था। हम धीरे-धीरे दिल्ली के विद्युत अवसंरचना को उत्तरदायी बनाने के लिए प्रयास कर रहे हैं। दिल्ली की जनता का आशीर्वाद रहा तो हम इस काम को आगे ले जाएंगे।'
24 घंटे मिलेगी बिजली
अधिकारियों के मुताबिक शिफ्टिंग के काम में मौजूदा 5 किलोमीटर लंबी ओवरहेड लाइनों को हटाना, 10 किलोमीटर लंबा भूमिगत लो टेंशन (एलटी) नेटवर्क और 1.2 किलोमीटर लंबा हाई टेंशन (एचटी) भूमिगत केबलिंग शामिल है। इसके अलावा 23 नए फीडर पिलर बॉक्स भी लगाने की योजना बनाई गई है। अधिकारियों का कहना है कि बिजली की लाइनों के अंडरग्राउंड करने से बारिश या खराब मौसम में तारों में फाल्ट होने संभावना कम हो जाएगी। जिसकी वजह से इलाके के लोगों को 24 घंटे बिजली मिलेगी।