Arvind Kejriwal: कालकाजी मंदिर में सेवादार की हत्या पर भड़के अरविंद केजरीवाल, पूछा- दिल्ली में कोई सुरक्षित है...?
Arvind Kejriwal: दिल्ली में बीती रात कालकाजी मंदिर में सेवादार की हत्या मामले में पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने नाराजगी जताई है। साथ ही उन्होंने बीजेपी सरकार और कानून व्यवस्था पर सवाल उठाया है।
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल।
Arvind Kejriwal: बीती रात शुक्रवार को दिल्ली के कालकाजी मंदिर में एक सेवादार की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। इस हत्या से आसपास के इलाकों में दहशत का माहौल है। पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। इस आरोपी को आसपास के लोगों ने ही पकड़कर पुलिस के हवाले किया था। अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है।
इस मामले में दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी अपनी प्रतिक्रिया देते हुए नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि कालकाजी मंदिर के अंदर सेवादार की निर्मम हत्या करने से पहले उन बदमाशों के हाथ नहीं कांपे? उन्होंने कानून व्यवस्था पर सवाल उठाया और साथ ही बीजेपी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि ये कानून व्यवस्था की विफलता नहीं है, तो क्या है? बीजेपी की 4 इंजन वाली सरकार ने दिल्ली की ये हालत कर दी है कि अब मंदिरों में भी ऐसी वारदातें हो रही हैं। क्या अब दिल्ली में कोई सुरक्षित है या नहीं?
दिल्ली पुलिस ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस को लगभग रात 9.30 बजे पीसीआर कॉल मिली। इस कॉल के जरिए जानकारी दी गई कि कुछ युवकों ने एक सेवादार को बेरहमी से पीटा है। पुलिस मौके पर पहुंची और पीड़ित को एम्स ट्रॉमा सेंटर भेज दिया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। जांच में सामने आया कि आरोपी व्यक्ति दर्शन और पूजन के लिए कालकाजी मंदिर आए थे। आरोपियों ने सेवादार योगेंद्र सिंह से चुन्नी-प्रसाद मांगा। इसके बाद बहस शुरू हो गई। बहस धीरे-धीरे बढ़ती गई और मारपीट में बदल गई। इसके बाद आरोपियों ने लाठी और मुक्कों से सेवादार पर हमला कर दिया। इसके कारण वे गंभीर रूप से घायल हो गए।
आसपास के लोग उन्हें बचाने आए, तो सभी आरोपी भाग खड़े हुए। इसी बीच एक आरोपी अतुल पांडे को मौके पर ही पकड़ लिया गया। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। बाकी आरोपियों को पकड़ने के लिए तलाश की जा रही है। मृतक की पहचान 35 वर्षीय योगेंद्र सिंह के रूप में हुई है, जो उत्तर प्रदेश के हरदोई के रहने वाले थे। वे पिछले 15 सालों से कालकाजी मंदिर में सेवादार के रूप में काम कर रहे थे।