रणनीति : कांग्रेस संगठन में गुटबाजी खत्म करने होंगे बड़े बदलाव, जिले और ब्लॉक में दिखेंगे नए चेहरे

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने एआईसीसी के नेताओं और प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट से चर्चा के बाद संगठन में जान फूंकने सूची हाईकमान को दे दी है।

Updated On 2024-08-28 11:53:00 IST
राजीव भवन

रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस संगठन गुटबाजी खत्म करने बड़े बदलाव करने जा रहा है। संगठन में सभी रिक्त पदों को भरने के साथ नगरीय निकाय चुनाव और विधानसभा उप चुनाव को देखते हुए सभी लोगों को एकजुट करने का प्रयास शुरू हो गया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने एआईसीसी के नेताओं और प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट से चर्चा के बाद संगठन में जान फूंकने सूची हाईकमान को दे दी है। बताया जाता है कि जिला एवं ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति के साथ ही बदलाव का क्रम शुरू होगा।

प्रदेश अध्यक्ष की बागडोर संभालने के बाद दीपक बैज ने पुरानी कार्यकारिणी में कुछ परिवर्तन कर उसे आगे बढ़ाया था। विधानसभा और लोकसभा चुनाव को देखते हुए ज्यादा परिवर्तन नहीं किए गए थे। विधानसभा चुनाव के दौरान ही टिकट वितरण के बाद से ही आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हुआ, जो लोकसभा चुनाव तक चलता रहा। परिणाम यह हुआ कि पार्टी को हार का सामना करना पड़ा। एआईसीसी ने चुनावों में हार की समीक्षा के बाद जो सुझाव आए हैं, उनमें सबसे पहले संगठन को मजबूती देने का रहा। संगठन को मजबूती देने प्रदेश प्रभारी और प्रदेश अध्यक्ष को ऐसे पदाधिकारी जिनका काम ठीक नहीं, उन्हें बदलने और उनकी जगह नए लोगों को मौका देने कार्यसमिति से भी अनुमति मिल गई। अब हाईकमान के इस पर मुहर लगाते ही नए नाम सामने आएंगे। आने वाले दिनों में बदलाव देखने को मिलेगा।

प्रदेश पदाधिकारी सहित कई पद रिक्त

प्रदेश कांग्रेस संगठन में प्रदेश पदाधिकारी, प्रदेश महामंत्री, सचिव और जिला अध्यक्ष सहित कई पद रिक्त हैं। इन पदों पर नए लोगों को नियुक्त किया जाना है। कांग्रेस सूत्रों के अनुसार ये रिक्त पद कई समय से हैं। पहले भी इसे पूरा करने के प्रयास किए गए। सचिव के पद पर 50 से अधिक लोगों को हटाया जाएगा। वहीं प्रदेश उपाध्यक्ष और अन्य पदों पर नियुक्ति की जाएगी। बैज इसके माध्यम से अपनी कार्यकारिणी को नया रूप देने का प्रयास करेंगे। प्रदेश में नगरीय निकाय और विधानसभा उप चुनाव के पहले संगठन में नियुक्ति कर ली जाएगी।

जिला और ब्लॉक से होगा बदलाव

प्रदेश में कांग्रेस सत्ता में रहने के दौरान संगठन के साथ समन्वय को लेकर कई बार विवाद की स्थिति रही। चुनाव के दौरान जिला और ब्लॉक पदाधिकारियों को तवज्जो नहीं मिली। इसके कारण पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के बीच असंतोष देखने में आया। अब इन बातों की समीक्षा कर जिला और ब्लॉक से ही बदलाव की प्रक्रिया पूरी की जा रही है। प्रदेश प्रभारी ने साफ तौर पर कहा है कि जिन जिला अध्यक्षों का कार्यकाल 4-5 साल हो गया है, उन्हें हटाकर नए लोगों को मौका दिया जाए। ऐसे में यह सूची अगले माह के पहले सप्ताह तक आने की उम्मीद है।

 

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