अवैध खनन का समर्थन नहीं: अरुण सार्वा बोले- रेत माफियाओं पर हो सख्त कार्रवाई, मेरे ऊपर लगाये जा रहे आरोप बेबुनियाद
नदी से अवैध रेत खनन के मामले में नाम आने पर जिला पंचायत अध्यक्ष अरुण सार्वा ने खंडन किया है। उन्होंने कहा- आवास निर्माण में उपयोग हो रही सामग्री अवैध तरीके से नहीं लाई गई है।
अवैध खनन का समर्थन नहीं - जिला पंचायत अध्यक्ष अरुण सार्वा
गोपी कश्यप- नगरी। छत्तीसगढ़ के नगरी क्षेत्र के लीलाझ नदी से अवैध रेत खनन के मामले में बड़ा खुलासा हुआ था। जिसके बाद मामले में जनप्रतिनिधि के नाम को जोड़ने की कोशिश की जा रही थी। जिसे लेकर जिला पंचायत अध्यक्ष अरुण सार्वा ने खंडन किया है। उन्होंने कहा कि, इस पूरे मामले से कोई लेना-देना नहीं है। रेत का अवैध खनन या परिवहन हो रहा है तो उसके खिलाफ नियमानुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
जिला पंचायत अध्यक्ष अरुण सार्वा ने कहा कि,मैंने राजनीति में एक बेदाग और ईमानदार जनसेवक के रूप में प्रवेश किया है और जब तक राजनीति करूंगा, अपने इस सिद्धांत से कभी समझौता नहीं करूंगा। साथ ही उन्होंने कमार जनजाति परिवार के लिए बनवाए जा रहे आवास के संदर्भ में कहा- यह कार्य मेरे आत्मा की संतुष्टि का विषय है इसे मैं अपने खून-पसीने की कमाई से करवा रहा हूँ। इसमें इस्तेमाल हो रही सामग्री पूरी तरह वैध रूप से खरीदी गई है और किसी भी प्रकार की निंदनीय या अवैध कमाई का इसमें कोई स्थान नहीं है।
कार्रवाई करने की अपील की
अरुण सार्वा ने यह भी कहा कि, कुछ असामाजिक तत्व अपनी संलिप्तता छिपाने के लिए जनप्रतिनिधियों या अधिकारियों पर झूठे आरोप लगाकर ध्यान भटकाना चाहते हैं, लेकिन सच्चाई सामने आकर रहेगी। साथ ही उन्होंने अपील करते हुए कहा कि, प्रशासन इस प्रकार की अवैध गतिविधियों पर सख्त कार्रवाई करे, ताकि क्षेत्र की प्राकृतिक संपदा और जनहित की रक्षा हो सके।