'वोट चोरी' शब्द पर ऐतराज: बीजेपी प्रवक्ता पांडेय बोले- कांग्रेस हमेशा करती है असंसदीय भाषा का प्रयोग
बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता पाण्डेय ने 'वोट चोरी' शब्द आपत्ति जताते हुए कहा- कांग्रेस हमेशा ऐसे शब्दों का इस्तेमाल करती है, जिनका जुड़ाव असंसदीय भाषा से होता है।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता शिवनारायण पांडेय और भाजपा नेता पी. विजय नायडू
लीलाधर राठी- सुकमा। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता शिवनारायण पांडेय ने कांग्रेस नेताओं द्वारा लगातार 'वोट चोरी' शब्द का इस्तेमाल करने पर अपना ऐतराज जताया है। उन्होंने कहा कि, कांग्रेस की डिक्शनरी में शुचितापूर्ण संसदीय शब्दों का अभाव है। कांग्रेस हमेशा ऐसे शब्दों का इस्तेमाल करती है, जिनका जुड़ाव कहीं-न-कहीं असंसदीय भाषा से होता है। श्री पाण्डेय ने कहा कि हम दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देशों में एक है और हमारे लोकतांत्रिक मूल्यों का वैश्विक सम्मान है और कांग्रेस ऐसे 'वोट चोरी' शब्द का इस्तेमाल करके हमारी लोकतांत्रिक शक्तियों पर सवाल खड़ा करके ओछी राजनीति कर रही है।
श्री पाण्डेय ने आगे कहा कि, विपक्ष को हमेशा सकारात्मक भूमिका निभानी चाहिए, लेकिन दुर्भाग्य से भारत में विपक्ष हमेशा विध्वंस, हिंसा और अराजकता की नकारात्मक भूमिका में ही है। इसलिए कांग्रेस व उसके नेताओं की प्रतिष्ठा लगातार कम होती जा रही है। हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था में भाषा की गरिमा सदैव सर्वोच्च रही है। लेकिन कांग्रेस हमेशा भाषा की गरिमा को ताक पर रखकर राजनीति करती आ रही है। समाज में झूठे नरैटिव को गढ़ने का टेंडर कांग्रेस ने ले रखा है। लगातार 'वोट चोरी' जैसे कथित शब्दों का इस्तेमाल कर कांग्रेस भ्रामक प्रचार कर रही है। लोकतंत्र की मजबूती के लिए भाषा की गरिमा और मजबूत संसदीय व्यवस्था को ध्यान में रख कर कांग्रेस को शब्दों का चयन करना चाहिए। 'वोट चोरी' शब्द पूरी तरह असंसदीय है और दुनिया के किसी शब्दकोष में यह शब्द नहीं है। पर कांग्रेस का पूरा राजनीतिक इतिहास असंसदीय भाषा व आचरण से भरा पड़ा है। दरअसल वैचारिक दरिद्रता के चलते कांग्रेस अराजक व असंसदीय वामपंथी भाषा और विचारों पर पल रही है और यही अब कांग्रेस की नियति हो चली है।
केदार की लोकप्रियता से कांग्रेसी बौखलाए : विजय नायडू
भाजपा नेता पी. विजय नायडू ने कहा बस्तर के आदिवासी नेता केदार कश्यप की लोकप्रियता से कांग्रेसी बौखलाए हुए है कांग्रेस के लोग भ्रामक प्रचार कर लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे है बस्तर के आदिवासी नेता मंत्री केदार कश्यप के खिलाफ यह बहुत बड़ा षड्यंत्र है लेकिन सफल नहीं हो पाएंगे मुद्दा विहीन कांग्रेस बेबुनियाद आरोप लगाए जाने से आरोप प्रमाणित नहीं होते,उन्होंने कहा आरोप लगाकर भाग जाना यह कांग्रेस की वर्षों चली आ रही चाल चरित्र है। विजय ने कहा कि मंत्री केदार कश्यप ने पूरे बस्तर के प्रत्येक क्षेत्रों मे विकास कार्यों पर जोर दे रहे हैं और बस्तर से नक्सल मुक्त करने का संकल्प भी कांग्रेसियों को चिंता में डाल दिया है। यह सब कारण है जो कांग्रेसियों को आदिवासी मंत्री केदार कश्यप को बदनाम करने में मजबूर कर दिया है। जिसका जवाब बहुत जल्द मिल जायेगा।
कांग्रेसियों की करतूत चिंताजनक
पी. विजय ने कहा कि कांग्रेसियों के द्वारा फरसागुड़ा में मंत्री के कार्यालय को तोड़ फोड़ किया गया और जो पुलिस नक्सलियों के खिलाफ बस्तर के अमन के लिए प्राणों को न्योछावर कर अपनी अहम कर्तव्य निभा रहे है। ऐसे महिला पुलिस कर्मचारियों पर पत्थर से हमला कर उन्हें गंभीर चोट पहुंचाना चिंताजनक है। एक ओर फर्जी मारपीट को लेकर प्रदर्शन कर रहे है। दूसरी ओर पुलिस कर्मचारियों को बेरहमी से मार का गंभीर चोट पहुंचा रहे है। इससे साबित होता है कांग्रेस की दोहरी राजनीति स्पष्ट है।