इंडिगो में तीसरे दिन भी संकट: रायपुर से कोलकाता-गोवा और देशभर में 500 से अधिक उड़ानें रद्द, यात्रियों में हड़कंप
इंडिगो के परिचालन में आए बड़े व्यवधान ने देशभर में उथल-पुथल मचा दी है। 500 से ज्यादा उड़ानें रद्द, रायपुर एयरपोर्ट पर यात्रियों की भारी भीड़ और सूचना के अभाव में गुस्सा फूट पड़ा।
इंडिगो की 500 से ज्यादा उड़ानें रद्द
रायपुर। देश की प्रमुख एयरलाइन इंडिगो में परिचालन बाधित रहने का सिलसिला तीसरे दिन गुरुवार को भी जारी रहा। एयरलाइन ने 500 से अधिक घरेलू व अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द कर दीं, जबकि कई उड़ानें घंटों देरी से संचालित हुईं। इस अव्यवस्था की वजह से हजारों यात्री फंस गए।
रायपुर एयरपोर्ट पर भी स्थिति गंभीर रही, जहां कोलकाता और गोवा की दो उड़ानें रद्द कर दी गईं। सुबह से ही इंडिगो काउंटर पर लंबी कतारें नजर आईं और यात्रियों ने कहा कि उन्हें अधिकृत जानकारी नहीं दी जा रही।
प्रमुख शहरों में भारी रद्दीकरण
सूत्रों के अनुसार गुरुवार दोपहर तक प्रमुख एयरपोर्ट्स पर रद्द उड़ानों की संख्या:
- दिल्ली – 95
- मुंबई – 85
- हैदराबाद – 70
- बेंगलुरु – 50
इसके अलावा कोलकाता, चेन्नई और अन्य शहरों में भी उड़ानें रद्द या देरी से संचालित हुईं।
यात्रियों का फूटा गुस्सा
उड़ानों के रद्द होने से यात्रियों में भारी नाराजगी देखी गई। काउंटर पर अव्यवस्था और स्पष्ट सूचना के अभाव को लेकर कई लोगों ने एयरलाइन कर्मचारियों पर गुस्सा जताया। 'एयरपोर्ट पहुंचने पर ही बता रहे हैं कि फ्लाइट रद्द है। कोई वैकल्पिक उड़ान नहीं, न होटल, न रिफंड की स्पष्टता।' दिल्ली, मुंबई, इंदौर और हैदराबाद के यात्रियों ने भी ऐसी ही शिकायतें दर्ज कराईं।
समयपालन दर 19.7% पर लुढ़की
देश के छह प्रमुख हवाई अड्डों (दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरु, हैदराबाद) के संयुक्त आंकड़ों के अनुसार, इंडिगो की On-Time Performance बुधवार को गिरकर 19.7% रह गई जहाँ 2 दिसंबर को यह 35% थी, यात्रियों और विमानन विशेषज्ञों ने इस गिरावट पर सवाल उठाए हैं।
DGCA सख्त- एयरलाइन से मांगा स्पष्टीकरण
उड़ानों में लगातार देरी और रद्दीकरण को गंभीरता से लेते हुए नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने इंडिगो से विस्तृत जवाब मांगा है। नियामक ने कहा कि वह स्थिति की जांच कर रहे है, साथ ही एयरलाइन से परिचालन सामान्य करने के उपायों पर चर्चा की जा रही है
क्रू की कमी और नए FDTL नियम बने वजह
सूत्रों के मुताबिक, इंडिगो को हाल के दिनों में चालक दल की भारी कमी का सामना करना पड़ा है। नए FDTL (Flight Duty Time Limit) नियमों के लागू होने के बाद पायलटों का साप्ताहिक विश्राम समय बढ़ा और रात में लैंडिंग की संख्या सीमित हुई, इन्हीं बदलावों से एयरलाइन की शेड्यूलिंग प्रभावित हुई है।
पायलट संगठनों ने इंडिगो को ठहराया जिम्मेदार
फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स और ALPA इंडिया ने कहा कि इंडिगो के पास नए नियम लागू होने से पहले दो साल का समय था, इसके बावजूद एयरलाइन ने भर्ती की रफ्तार धीमी रखी। संगठनों ने DGCA से मांग की है कि जब तक इंडिगो पर्याप्त क्रू उपलब्ध होने का प्रमाण नहीं देती, तब तक उसके मौसमी शेड्यूल को मंजूरी न दी जाए।
आज से नए शेड्यूल की संभावना
इंडिगो ने शुक्रवार तक उड़ानों का संतुलित पुनर्गठन करने की बात कही है, जिसके तहत कुछ उड़ानें रद्द की जाएंगी और कुछ के समय में बदलाव किया जाएगा। इस घोषणा के बीच इंटरग्लोब एविएशन के शेयर में भी 2.25% की गिरावट दर्ज की गई।