दो परिवारों ने की मूल धर्म में वापसी: पारंपरिक रीति- रिवाजों से आये सदस्यों का गांव के लोगों ने किया स्वागत
दो परिवारों ने ईसाई धर्म त्यागकर अपने हिन्दू धर्म में वापसी की है। सदस्यों ने स्वेच्छा से हिन्दू धर्म में आस्था प्रकट करते हुए मूल परंपराओं को अपनाने का संकल्प लिया।
हिन्दू धर्म में वापसी करने के बाद लोगों ने किया स्वागत
सुमित बड़ाई- पखांजुर। छत्तीसगढ़ के पखांजुर के दो परिवारों ने ईसाई धर्म त्यागकर अपने हिन्दू मूल धर्म में वापसी की है। नगर पंचायत पखांजुर के वार्ड क्र. 4 निबासी बुधारू राम और शंकर रजक का परिवार हिन्दू धर्म को छोड़कर ईसाई धर्म अपना लिया था। बुधवार को दोनों परिवारों पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ मूल धर्म में वापसी की है। परिवार के सदस्यों ने स्वेच्छा से हिन्दू धर्म में आस्था प्रकट करते हुए मूल परंपराओं को अपनाने का संकल्प लिया।
आयोजकों ने बताया कि, दोनों परिवारों ने किसी दबाव के बिना, अपनी इच्छा और पारिवारिक सहमति से यह निर्णय लिया है। घर वापसी करने वाले परिवारों के सदस्यों ने कहा कि वे अपनी सांस्कृतिक जड़ों और परंपराओं से जुड़कर संतोष और आत्मिक शांति का अनुभव कर रहे हैं। उन्होंने समाज से आपसी भाईचारे और एकता बनाए रखने की अपील की। इस अवसर पर स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता, ग्रामीणजन और गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।
बड़े तेवड़ा गांव में भी चर्च के लीडर ने हिंदू धर्म में की वापसी
कांकेर जिले के बड़े तेवड़ा गांव में हुए बवाल के बाद चर्च के लीडर ने हिंदू धर्म में वापसी की है। जहां उन्होंने ईसाई समुदाय, सरपंच समेत कई लोगों पर गांव में हिंसा भड़काने का आरोप लगाया है। चर्च के लीडर ने हिंदू धर्म में वापसी करने के बाद कहा कि, बीते दिन हुई हिंसा में हमारे ईसाई समुदाय के लोग मुझे छोड़कर भाग गए। जिसके बाद मैंने गांव के लोगों से चर्चा कर हिंदू धर्म में वापसी की इच्छा जताई। जिसके बाद गांव के लोगों ने माहौल ठीक होने के बाद मैंने मूल धर्म में वापसी की है।