सीएम कैंप कार्यालय की संवेदनशील पहल: हादसे में पैर खो चुके पुरेंद्र यादव को लगेगा कृत्रिम पैर
जशपुर के पुरेन्द्र यादव, जो एक दुर्घटना में अपना पैर खो चुके हैं, अब रायपुर में नया कृत्रिम पैर लगवा सकेंगे। सीएम साय ने उनके कृत्रिम पैर लगाने की संपूर्ण लागत शासन द्वारा वहन करने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय, बगिया
अजय सुर्यवंशी - जशपुर। दैनिक मजदूरी कर परिवार का भरण-पोषण करने वाले पुरेन्द्र यादव, निवासी ग्राम मयुरचुन्दी (तहसील दुलदुला), एक दर्दनाक हादसे के बाद चलने-फिरने में असमर्थ हो गए थे। एक दुर्घटना के दौरान हुए गंभीर चोटों के कारण उनका एक पैर काटना पड़ा, जबकि दूसरे पैर की हड्डी तीन जगह से टूट चुकी है और उस पर अभी भी रॉड लगी हुई है। इस चुनौतीपूर्ण परिस्थिति ने उनके परिवार को गहरे आर्थिक संकट में धकेल दिया था, क्योंकि पुरेन्द्र ही घर के एकमात्र कमाने वाले सदस्य थे।
कैंप कार्यालय में लगाई गुहार, सरकार ने दिखाई संवेदनशीलता
पुरेन्द्र यादव ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नाम कैंप कार्यालय में आवेदन प्रस्तुत कर कृत्रिम पैर की आवश्यकता जताई और बताया कि इससे वे पुनः जीवन की मुख्यधारा में लौट सकेंगे।
उनकी स्थिति को गंभीरता से लेते हुए कैंप कार्यालय ने तुरंत संवेदनशीलता दिखाते हुए रायपुर में कृत्रिम पैर प्रत्यारोपण की प्रक्रिया शुरू कर दी। साथ ही, इलाज और प्रत्यारोपण से संबंधित सभी खर्चों को शासन द्वारा वहन करने का निर्णय लिया गया, जिससे उन्हें शीघ्र और समुचित सहायता मिल सके।
मुख्यमंत्री का निर्देश ले कर आया नई उम्मीद
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देशानुसार पुरेन्द्र यादव के संपूर्ण उपचार और कृत्रिम पैर प्रत्यारोपण का खर्च सरकार वहन करेगी। शासन के इस संवेदनशील निर्णय ने उनके जीवन में नई ऊर्जा, नई उम्मीद और पुनः खड़े होने का विश्वास भर दिया है।
मैं फिर से अपने पैरों पर खड़ा हो सकूँगा- पुरेन्द्र यादव
सरकार की इस पहल से उत्साहित पुरेन्द्र ने भावुक होकर आभार व्यक्त किया और कहा 'सरकार की इस पहल ने मेरे जीवन में फिर से साहस और आशा का संचार किया है। अब मुझे विश्वास है कि मैं फिर से अपने पैरों पर खड़ा हो सकूँगा।'