नेशनल पार्क से नक्सलियों को खदेड़ने की तैयारी: चार दशक बाद खुला फॉरवर्ड ऑपरेटिंग बेस कैंप, मानसून के बाद ऑपरेशन में आएगी तेजी
बीजापुर जिले के उल्लूर और चिल्ला मरका में चार दशक के बाद फॉरवर्ड ऑपरेटिंग बेस स्थापित किया गया है।
जवानों ने नक्सल प्रभावित क्षेत्र में फॉरवर्ड ऑपरेटिंग बेस स्थापित किया
गणेश मिश्रा- बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में स्थित नेशनल पार्क से जल्द माओवादियों के पांव उखड़ेंगे। यहां पर चार दशक के बाद उल्लूर और चिल्ला मरका में फॉरवर्ड ऑपरेटिंग बेस स्थापित किया गया है। इससे नेशनल पार्क समेत गढ़ चिड़ौली (महाराष्ट्र) अंतरराज्यीय एंटी नक्सल ऑपरेशन को गति मिलेगी। वहीं मानसून खत्म होते ही जंगल में ऑपरेशन तेज होगा।
बीजापुर एसपी जितेन्द्र यादव ने बताया कि, अंतर्राज्यीय सीमा होने के कारण इन इलाकों में नक्सलियों की गतिविधियां ज्यादा देखने को मिलती है जिसके कारण ग्रामीण त्रस्त हो जाते हैं। साथ ही अंतिम छोर के गांवों तक विकास नहीं पहुंच पाती है लेकिन अब इन क्षेत्रों में ऑपरेटिंग बेस स्थापित किया जा रहा है। जिसका लाभ ग्रामीणों को मिलेगा साथ ही सरकार की योजनाएं भी पहुंचेगी।
नक्सलियों के खात्मे की ओर बढ़ रहे हैं - एसपी
एसपी जितेन्द्र यादव ने बताया कि, इंटरस्टेट कार्डिनेशन का दायरा बढ़ने से नेशनल पार्क में नक्सलियों को बची कंपनी के सुरक्षाबलों की नजरों से बच पाना मुश्किल होगा। वहीं अबूझमाड़ के साथ नेशनल पार्क में लक्ष्य 2026 से पहले निर्णायक लड़ाई की तैयारी तेज हो गई है। आगे कहा-कैंप के खुलने से इन क्षेत्रों की कमान सुरक्षाबलों के हाथों में रहेगी जिससे ग्रामीण सुरक्षित रहेंगे। हम टारगेट के अनुसार, नक्सल खात्मे की ओर बढ़ रहे हैं।