महिला शिक्षिका ने रचा इतिहास: KBC की हॉट सीट तक पहुँचीं सरगुजा की विभा चौबे, 31 दिसंबर और 1 जनवरी को होगा प्रसारण

विभा चौबे देश के सबसे प्रतिष्ठित क्विज शो ‘कौन बनेगा करोड़पति’ (KBC) की हॉट सीट तक पहुंच गईं हैं। 31 दिसंबर और 1 जनवरी को वे हॉट सीट पर बैठी हुई दिखाई देंगी।

Updated On 2025-12-24 14:56:00 IST

KBC में पहुंची महिला शिक्षिका विभा चौबे  

संतोष कश्यप- अंबिकापुर। सरगुजा जिले की एक साधारण-सी शिक्षिका ने अपनी मेहनत, ज्ञान और आत्मविश्वास के बल पर असाधारण उपलब्धि हासिल कर जिले और प्रदेश का नाम रोशन किया है। सरगुजा जिले की विभा चौबे देश के सबसे प्रतिष्ठित क्विज शो ‘कौन बनेगा करोड़पति’ (KBC) की हॉट सीट तक पहुँचने वाली जिले की पहली महिला बन गई हैं। इतना ही नहीं, वे छत्तीसगढ़ की पहली महिला शिक्षिका होंगी, जो KBC के मंच पर हॉट सीट पर बैठकर खेलती हुई नजर आएंगी।

KBC द्वारा जारी किए गए पहले प्रोमो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि विभा चौबे 31 दिसंबर और 1 जनवरी को महानायक अमिताभ बच्चन के सामने हॉट सीट पर बैठकर सवालों का सामना करती दिखाई देंगी। प्रोमो सामने आते ही सरगुजा जिले सहित पूरे शिक्षा जगत में खुशी की लहर दौड़ गई है। वर्तमान में विभा चौबे दरिमा गर्ल्स हायर सेकेंडरी स्कूल में शिक्षिका के पद पर कार्यरत हैं।

शिक्षकों और विद्यार्थियों के लिए बनी प्रेरणा
वे वर्षों से छात्राओं को शिक्षा देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का कार्य कर रही हैं। पढ़ाने के साथ-साथ निरंतर ज्ञान अर्जन की उनकी साधना ही उन्हें KBC जैसे राष्ट्रीय मंच तक ले गई।उनकी इस सफलता में परिवार का सहयोग भी अहम रहा है। उनके पति प्रमेंद्र चौबे, जो कि मैनपाट मिडिल स्कूल में प्राचार्य के पद पर कार्यरत हैं, ने हर कदम पर उनका उत्साह बढ़ाया। शिक्षा से जुड़े इस दंपति की कहानी आज प्रदेश भर के शिक्षकों और विद्यार्थियों के लिए प्रेरणा बन चुकी है।

शिक्षा विभाग ने जताई ख़ुशी
विभा चौबे की उपलब्धि से छत्तीसगढ़ का शिक्षा विभाग भी गौरवान्वित महसूस कर रहा है। उन्होंने यह संदेश दिया है कि मेहनत, ज्ञान और आत्मविश्वास के बल पर कोई भी व्यक्ति अपने सपनों को साकार कर सकता है। उनकी यह सफलता विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं, छात्राओं और शिक्षकों को आगे बढ़ने की प्रेरणा दे रही है।

लोगों के लिए प्रेरणा बनी विभा चौबे
आज विभा चौबे की पहचान केवल एक शिक्षिका के रूप में नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ की उस बेटी के रूप में हो चुकी है, जिसने बच्चों को ज्ञान देते-देते खुद इतिहास रच दिया। उनकी यह उपलब्धि सरगुजा जिले के लिए गर्व, शिक्षा जगत के लिए सम्मान और आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणा बन गई है।

Tags:    

Similar News