Canberra Flood Light Curfew Rule: बारिश नहीं, इस नियम की वजह से रद्द हुआ भारत-ऑस्ट्रेलिया T20 मैच
भारत-ऑस्ट्रेलिया टी20 सीरीज का पहला मैच कैनबरा में बारिश के कारण रुका, लेकिन असली वजह थी मानुका ओवल का फ्लडलाइट कर्फ्यू नियम। जानिए क्या है ये नियम और क्यों 11 बजे के बाद लाइट बंद करनी पड़ती है।
भारत-ऑस्ट्रेलिया कैनबरा टी20 मैच सिर्फ बारिश नहीं, बल्कि 'कर्फ्यू' के कारण रद्द करना पड़ा।
Canberra Flood Light Curfew Rule: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांच टी20 मैचों की सीरीज का पहला मुकाबला कैनबरा के मानुका ओवल स्टेडियम में खेला गया, लेकिन बारिश के कारण यह मैच बीच में ही रद्द कर दिया गया। हालांकि, मैच के रद्द होने की असली वजह सिर्फ बारिश नहीं थी, बल्कि इसके पीछे “फ्लडलाइट कर्फ्यू नियम” भी था।
फ्लडलाइट कर्फ्यू क्या है?
मानुका ओवल में एक सख्त नियम लागू है और वह यह है कि यहां रात 11 बजे के बाद स्टेडियम की फ्लडलाइट्स बंद करनी अनिवार्य है। ये इसलिए, क्योंकि यह स्टेडियम एक रिहायशी इलाके में स्थित है और वहां लाइट कर्फ्यू लागू किया गया है। यानी, निर्धारित समय से बाद स्टेडियम में कोई भी खेल गतिविधि नहीं चल सकती।
मैच कैसे प्रभावित हुआ?
बारिश की वजह से खेल दो बार रोका गया। पहली बार जब मैच रुका, भारत की पारी का पांचवां ओवर चल रहा था। बारिश थमने के बाद खेल दोबारा शुरू हुआ, तो ओवरों में कटौती कर 18-18 ओवर का मैच कर दिया गया। ऐसा इसलिए किया गया ताकि मुकाबला कर्फ्यू के लागू होने से पहले खत्म किया जा सके।
लेकिन 9.4 ओवर में जब भारत का स्कोर 1 विकेट पर 97 रन था, तभी बारिश फिर शुरू हो गई। आधे घंटे तक इंतजार के बाद जब साफ संकेत मिले कि मैच 11 बजे से पहले पूरा नहीं हो पाएगा, तो अंपायरों ने मुकाबला रद्द करने का फैसला लिया।
कमेंट्री के दौरान एरॉन फिंच ने किया फ्लडलाइट्स का जिक्र
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान एरॉन फिंच ने कमेंट्री के दौरान कहा था कि कैनबरा में फ्लडलाइट्स को लेकर बेहद कड़े नियम हैं। स्थानीय प्रशासन ने यह नियम खासतौर पर रिहायशी इलाके की शांति बनाए रखने के लिए लागू किया है। अगर मैच 11 बजे तक खत्म नहीं होता, तो लाइट्स ऑटोमैटिकली बंद हो जाती हैं, जिससे खेल जारी रखना संभव नहीं होता।
इसी नियम की वजह से मैच ऑफिशियल्स को प्लेइंग टाइम का दोबारा हिसाब-किताब लगाना पड़ा ताकि मैच लाइट कर्फ्यू के अमल में आने से पहले ही खत्म हो जाए क्योंकि 11 बजे के बाद फ्लडलाइट्स ऑटोमैटिकली बंद हो जाती है। ऐसे में अगर मैच में कुछ मिनटों की भी देरी होती तो फिर लाइट बंद होने की सूरत में खेल प्रभावित हो जाता। इसी वजह से अंपायर ने मैच रद्द करना ज्यादा मुनासिब समझा।