Yogini Ekadashi 2025: योगिनी एकादशी कब है?, इस दिन क्या करें और क्या नहीं करें? जानिए सबकुछ
जानिए योगिनी एकादशी 2025 कब है, इस दिन व्रत करने की विधि, क्या करें और किन बातों से बचें। पढ़ें पूरी जानकारी धार्मिक महत्व और कथा के साथ।
Yogini Ekadashi 2025: सनातन धर्म में एकादशी व्रत का विशेष महत्व है, और आषाढ़ कृष्ण पक्ष की योगिनी एकादशी को पापों से मुक्ति दिलाने वाली तिथि माना गया है। यह व्रत न केवल पुण्य प्राप्ति का साधन है, बल्कि स्वास्थ्य, मन की शुद्धि और मोक्ष प्राप्ति का भी माध्यम है। यहां जानें महत्व, क्या करें और क्या नहीं करें?
योगिनी एकादशी 2025 कब है?
योगिनी एकादशी व्रत इस वर्ष 24 जून 2025, मंगलवार को मनाई जाएगी। इसका पारण यानी व्रत खोलने का समय 25 जून को प्रातःकाल 5:29 बजे से 8:03 बजे तक रहेगा।
योगिनी एकादशी का धार्मिक महत्व
शास्त्रों के अनुसार, योगिनी एकादशी व्रत का फल हजारों गौदान करने के बराबर माना गया है। यह एकादशी विशेष रूप से पापों के नाश, चर्म रोगों से मुक्ति, और आजीवन स्वास्थ्य लाभ के लिए की जाती है। भगवान विष्णु की पूजा इस दिन विशेष रूप से फलदायक होती है।
योगिनी एकादशी पर क्या करें?
- प्रातः स्नान कर व्रत का संकल्प लें।
- भगवान विष्णु और तुलसी की पूजा करें, दीपक जलाएं और विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें।
- इस दिन सात्विक भोजन करें या निर्जला व्रत रखें।
- गरीबों को भोजन, वस्त्र और दान-दक्षिणा दें।
- रात्रि में जागरण करें और भजन-कीर्तन करें।
योगिनी एकादशी पर क्या नहीं करें?
- इस दिन चावल, लहसुन, प्याज, तामसिक और मांसाहारी भोजन का त्याग करें।
- झूठ, गाली-गलौच, क्रोध और कलह से दूर रहें।
- बाल और नाखून काटना वर्जित माना गया है।
- किसी का अपमान, निंदा या कटु वचन बोलने से बचें।
डिस्क्लेमर: यह जानकारी सामान्य धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है। HariBhoomi.com इसकी पुष्टि नहीं करता है।