Vastu Tips for Main Door: घर की खुशहाली और सुख-समृद्धि के लिए जरूरी है मुख्य द्वार की दिशा, जानें सही नियम और उपाय

Vastu Tips for Main Door: मुख्य द्वार के वास्तु नियमों के अनुसार सही दिशा, सजावट और उपाय अपनाकर घर में खुशहाली, समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा बढ़ाएं।

Updated On 2025-11-29 21:30:00 IST

Vastu Tips for Main Door: घर का मुख्य द्वार केवल प्रवेश का साधन नहीं, बल्कि घर में सकारात्मक और नकारात्मक ऊर्जा के प्रवेश का केंद्र माना जाता है। वास्तु शास्त्र में मुख्य द्वार का सही स्थान और उसकी सजावट परिवार के स्वास्थ्य, समृद्धि और सुख-शांति को प्रभावित करती है। आइए जानते हैं कुछ महत्वपूर्ण वास्तु टिप्स जो मुख्य द्वार को पॉजिटिव एनर्जी के लिए अनुकूल बनाते हैं।

सही दिशा का चुनाव करें

  • मुख्य द्वार के लिए दिशाओं का चयन बहुत महत्वपूर्ण है।
  • उत्तर-पूर्व दिशा (ईशान कोण): सबसे शुभ माना जाता है।
  • दक्षिण-पूर्व दिशा: अनुकूल मानी जाती है, लेकिन सावधानी रखें।
  • दक्षिण और दक्षिण-पश्चिम: इन दिशाओं में मुख्य द्वार लगाने से नकारात्मक ऊर्जा बढ़ सकती है।
  • मुख्य द्वार हमेशा साफ-सुथरा और व्यवस्थित होना चाहिए। गंदगी सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह को रोकती है।

मुख्य द्वार की डिजाइन और सजावट

  • दरवाजा हमेशा अंदर की ओर खुलना चाहिए। यह प्रगति और स्वागत का प्रतीक माना जाता है।
  • दो पल्लों वाला दरवाजा ज्यादा शुभ होता है, क्योंकि यह ऊर्जा को आसानी से अंदर आने देता है।
  • दरवाजे पर नेम प्लेट लगाना शुभ माना जाता है, लेकिन इसे नियमित रूप से साफ रखना जरूरी है।

मुख्य द्वार के आसपास नहीं रखें ये चीजें

वास्तु के अनुसार, मेन गेट के पास जूते-चप्पल, झाड़ू या कूड़ेदान रखना अशुभ है। ऐसा करने से घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बढ़ता है और पारिवारिक अशांति बढ़ सकती है।

सकारात्मक ऊर्जा बढ़ाने के उपाय

  • शाम को मुख्य द्वार पर घी का दीपक जलाना शुभ माना जाता है।
  • स्वस्तिक का चिन्ह बनाना सकारात्मकता बढ़ाता है।
  • तुलसी का पौधा घर में शुद्धता और स्वास्थ्य लाता है।
  • मुख्य द्वार पर दहलीज बनवाना नकारात्मक ऊर्जा को प्रवेश करने से रोकता है।

मुख्य द्वार को वास्तु नियमों के अनुसार सही दिशा में बनाना और उसे सजाना न केवल घर की सुंदरता बढ़ाता है, बल्कि परिवार में खुशहाली, समृद्धि और स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी है। नियमित सफाई, सही दिशा और सकारात्मक प्रतीकों के प्रयोग से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह सुनिश्चित किया जा सकता है।

डिस्क्लेमर: यह जानकारी सामान्य धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है। HariBhoomi.com इसकी पुष्टि नहीं करता है।

Tags:    

Similar News