Vaibhav Lakshmi Vrat: लगातार 51 शुक्रवार इस विधि से करें वैभव लक्ष्मी व्रत, रुपये-पैसे का लग जाएगा अंबार!

लगातार 51 शुक्रवार के दिन वैभव लक्ष्मी व्रत रखने से व्यक्ति के जीवन में सुख, शांति और समृद्धि का आगमन होता है। जो लोग अपने जीवन में रुपये-पैसे की तंगी से जूझ रहे हैं या घर में सुख-शांति की कामना करते हैं, उन्हें यह व्रत करना चाहिए।

Updated On 2025-05-23 08:04:00 IST

शुक्रवार के अचूक उपाय।

Shukrawar Ka Vaibhav Lakshmi Vrat : हिंदू धर्म में शुक्रवार का दिन देवी मां लक्ष्मी को समर्पित माना गया है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन वैभव लक्ष्मी व्रत रखने से व्यक्ति के जीवन में सुख, शांति और समृद्धि का आगमन होता है। यह व्रत विशेष रूप से उन लोगों के लिए फलदायी माना गया है जो अपने जीवन में रुपये-पैसे की तंगी से जूझ रहे हैं या घर में सुख-शांति की कामना करते हैं। इस व्रत को करने की विधि सरल है और इसे कोई भी कर सकता है।

वैभव लक्ष्मी व्रत हर शुक्रवार को करना चाहिए। इस व्रत को महिलायें लगातार 11, 21 या 51 शुक्रवार तक कर सकती हैं। व्रत संकल्प पूरे होने के बाद इसका उद्यापन किया जाता है। इस व्रत को सच्ची श्रद्धा और नियमितता के साथ करने पर धन की देवी मां लक्ष्मी का आशीर्वाद सदैव अपने भक्तों पर बना रहता है।

वैभव लक्ष्मी व्रत पूजा विधि -

वैभव लक्ष्मी व्रत करने के लिए शुक्रवार सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करें। फिर स्वच्छ सफेद या गुलाबी वस्त्र धारण करें। अब घर के मंदिर को स्वच्छ कर देवी लक्ष्मी की तस्वीर या मूर्ति स्थापित करें और उसके सामने दीप प्रज्ज्वलित करें। अब मां को पुष्प और फल अर्पित करें। सच्ची श्रद्धा के साथ पूजा करें और देवी मां के मंत्र "ॐ श्रीं महालक्ष्म्यै नमः" का लगातार 108 बार जाप करें। पूजा के अंत में मां लक्ष्मी की आरती करें और अपनी भूलचूक के लिए माफ़ी मांगे।

वैभव लक्ष्मी व्रत के लाभ -

मां लक्ष्मी को समर्पित वैभव लक्ष्मी व्रत करने वाले व्रती को परिणाम स्वरुप आर्थिक समृद्धि में वृद्धि होती है। साथ ही उसके कारोबार अथवा नौकरी में स्थायित्व आता है। इसके अलावा परिवार में चल रही क्लेश जैसी स्थिति को संवारने में मदद मिलती है। साथ ही परिवार में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।

डिस्क्लेमर: यह जानकारी सामान्य मान्यताओं पर आधारित है। Hari Bhoomi इसकी पुष्टि नहीं करता है।

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