Shani Jayanti 2025: भूलकर भी न करें शनि जयंती पर ये 3 गलतियां, वरना भुगतने पड़ सकते हैं गंभीर परिणाम
इस वर्ष शनि जयंती 27 मई 2025, मंगलवार को पड़ रही है। इस दिन साढ़ेसाती और ढैय्या के प्रभाव से पीड़ित चल रहे लोग शनिदेव की आराधना अवश्य करें। भूलकर भी इस दिन कुछ गलतियां नहीं करनी चाहिए, अन्यथा साढ़ेसाती और ढैय्या की पीड़ा कम होने की वजाय बढ़ सकती है।
Shani Jayanti 2025 : सनातन धर्म में ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को 'शनि जयंती' मनाई जाती है। इस वर्ष शनि जयंती 27 मई 2025, मंगलवार को पड़ रही है। इस दिन साढ़ेसाती और ढैय्या के प्रभाव से पीड़ित चल रहे लोग शनिदेव की आराधना अवश्य करें। शनि जयंती पर की गई शनिदेव की विशेष पूजा जीवन की दिशा को बदल कर रख सकती है। लेकिन, भूलकर भी इस दिन कुछ गलतियां नहीं करनी चाहिए, अन्यथा पीड़ा कम होने की वजाय बढ़ सकती है।
शनि जयंती पर नहीं करें ये गलतियां -
तामसिक भोजन का सेवन न करें - शनि जयंती के दिन भूलकर भी मांस, मदिरा और अन्य तामसिक चीजों का सेवन न करें। इस दिन सिर्फ और सिर्फ सात्विक और शुद्ध शाकाहारी भोजन ही करना चाहिए। अगर आप भूलकर भी इस दिन तामसिक भोजन करते हैं, तो इसके परिणाम गंभीर हो सकते हैं।
अशुद्ध तेल इस्तेमाल न करें - शनि जयंती के दिन शनिदेव को सरसों के तेल का दीपक अर्पित करना शुभ माना गया है। इस दिन शुद्ध मन और नेक नीयत के साथ शनिदेव के सामने दीप प्रज्ज्वलित करें और जरूरतमंदों को दान करें। ध्यान रखें, भूलकर भी दीपक में अशुद्ध तेल का इस्तेमाल न करें।
किसी का अपमान न करें - शनि जयंती के दिन जरूरतमंदों को दिया गया दान शुभ फल देता है। लेकिन, यदि भूलकर भी आपने इस दिन गरीबों, जरूरतमंदों और पशु-पक्षियों के साथ कठोर व्यवहार किया, तो शनिदेव रुष्ट हो सकते हैं। ऐसे में आपके द्वारा की गई सेवा, दया और सम्मान व्यर्थ हो जाएगा।
शनि मंत्र -
शनि जयंती के दिन "ॐ शं शनैश्चराय नमः" मंत्र का 108 बार जाप करें। साथ ही शनि मंदिर में जाकर शांति-श्रद्धा के साथ प्रार्थना करें।
डिस्क्लेमर: यह जानकारी सामान्य मान्यताओं पर आधारित है। Hari Bhoomi इसकी पुष्टि नहीं करता है।