Shani Jayanti 2025 Upay: 27 मई शनि जयंती पर करें हनुमान जी से जुड़ा ये उपाय, कष्टों से मिलेगी शीघ्र मुक्ति

Shani Jayanti 2025 Upay: 27 मई 2025, मंगलवार को शनि जयंती मनाई जायेगी। इस शुभ अवसर पर जो राशि के जातक शनि की साढ़ेसाती अथवा ढैया से परेशान चल रहे हैं, उन्हें इस दिन हनुमान जी से जुड़े विशेष उपाय करने चाहिए। इस लेख में उन्हीं उपाय के बारे में जानेंगे।

Updated On 2025-05-17 09:34:00 IST

Shani Sade Sati Upay : न्याय के देवता और कर्मफलदाता शनिदेव सबसे धीमे ग्रह है। शनिदेव हर ढाई साल में राशि परिवर्तन करते है। ज्योतिष विद्वान कहते है कि, यदि शनिदेव की नजर टेढ़ी हो तो राजा भी रंक बन जाता है और नजर सीधी हो तो रंक भी राजा बन जाता है। शनि जयंती प्रतिवर्ष ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को मनाई जाती है। इस वर्ष यह तिथि पंचांग के अनुसार, 27 मई 2025, मंगलवार को पड़ रही है। शनि जयंती के इस शुभ अवसर पर जो राशि के जातक शनि की साढ़ेसाती अथवा ढैया से परेशान चल रहे हैं, उन्हें इस दिन हनुमान जी से जुड़े विशेष उपाय करने चाहिए। जानते है उनके बारे में-

शनि जयंती 2025 तिथि और समय

पंचांग के अनुसार, इस वर्ष ज्येष्ठ कृष्ण अमावस्या तिथि की शुरुआत 26 मई सुबह 10 बजकर 54 मिनट पर हो जाएगी। वहीं, इसका समापन अगले दिन यानी 27 मई सुबह 8 बजकर 34 मिनट पर होगा। उदयातिथि को देखते हुए अमावस्या तिथि यानी शनि जयंती 27 मई को ही मनाई जायेगी।

इन 5 राशि वालों के लिए विशेष है शनि जयंती

ज्योतिष विद्वानों के अनुसार, इस समय मेष, कुंभ और मीन राशि में शनि की साढ़ेसाती चल रही है। साथ ही सिंह और धनु राशि पर शनि की ढैय्या का प्रभाव है। इस स्थिति में इन पाँचों राशि के जातकों को शनि की पीड़ाओं से बचने के लिए शनि जयंती के दिन नीचे दिया गया विशेष उपाय अवश्य करना चाहिए।

शनि पीड़ा से बचने का उपाय

शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या के प्रभाव से बचने के लिए शनि जयंती के दिन हनुमान चालीसा का पाठ अवश्य करें। साथ ही सुंदरकांड का पाठ भी करें। इसके अलावा इस दिन पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक प्रज्ज्वलित करना न भूलें। कहते हैं, इस दिन छाया दान करने से शनिदेव की कृपा होती है।

डिस्क्लेमर: यह जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है। Hari Bhoomi इसकी पुष्टि नहीं करता है।

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