Rahu Ratna Gomed: कब, किसे और कैसे धारण करना चाहिए राहु का गोमेद रत्न? जानें क्या है महत्व

'गोमेद रत्न' राहु ग्रह से संबंधित है। कुंडली में राहु ग्रह की स्थिति कमजोर है, तो उसे गोमेद रत्न धारण करना चाहिए। इससे मानसिक शांति का अनुभव होता है और जीवन में सुख और समृद्धि का विकास भी होता है। जानते है गोमेद किसे और कब धारण करना चाहिए-

Updated On 2025-05-26 08:00:00 IST

Rahu Ratna Gomed Gemstone Kab Pahnna Chahiye : 'गोमेद रत्न' राहु ग्रह से संबंधित है। रत्न शास्त्र में गोमेद को हेसोनाइट नाम से भी जाना जाता है। कुंडली में ग्रहों की स्थिति और राशि अनुसार ही गोमेद को धारण करना चाहिए। रत्न शास्त्र में हर रत्न को धारण करने के नियम निर्धारित किये गए है, जिनका पालन करना जरुरी बताया गया है। अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में राहु ग्रह की स्थिति कमजोर है, तो उसे गोमेद रत्न धारण करना चाहिए। ऐसा करने से उसे न सिर्फ मानसिक शांति का अनुभव होता है बल्कि जीवन में सुख और समृद्धि का विकास भी होता है। चलिए जानते है गोमेद किसे और कब धारण करना चाहिए-

कब धारण करें गोमेद रत्न?

राहु के गोमेद रत्न को पहनने से कुंडली में राहु के अशुभ प्रभाव कम होने लगते है। इस रत्न को शतभिषा, स्वाति और आर्द्रा नक्षत्र में धारण करना शुभ माना गया है। इसे आमतौर पर शनिवार के दिन, सूर्यास्त के बाद मध्यमा उंगली में पहनना उत्तम बताया गया है। इसे पहनने से पहले शुद्धिकरण अवश्य करना चाहिए।

गोमेद पहनने का सही तरीका -

गोमेद रत्न को चांदी या अष्टधातु की अंगूठी में जड़वा कर धारण करना चाहिए। ज्योतिष के अनुसार, 6 रत्ती से कम का गोमेद रत्न अत्यंत शुभ होता है। इसे धारण करने से पहले गंगाजल, शहद और कच्चे दूध से इस रत्न का शुद्धिकरण करें। इसके पश्चात ऊँ रां राहवे नमः मंत्र का जाप करते हुए इसे धारण करें।

गोमेद किसे पहनना चाहिए -

कुंडली में उच्च स्थान में राहु विराजमान होने पर मिथुन, मकर, कुंभ, वृषभ और तुला राशि के जातक गोमेद रत्न को धारण कर सकते हैं।

गोमेद किसे नहीं पहनना चाहिए -

मेष, कर्क, सिंह, और मीन राशि के जातकों को किसी भी स्थिति में राहु के गोमेद रत्न को धारण करने से बचना चाहिए।

डिस्क्लेमर: यह जानकारी ज्योतिष मान्यताओं पर आधारित है। Hari Bhoomi इसकी पुष्टि नहीं करता है।

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