Hanuman Jayanti: मध्य प्रदेश के 6 चमत्कारिक हनुमान मंदिर, जहां बजरंगबली के दर्शन मात्र से पूरी होती हैं मनोकामना 

MP Famous Hanuman Temple: छिंदवाड़ा के जामसांवली हनुमान मंदिर में बजरंगबली की नाभि से जल निकलता है। जिसे पीने से चर्मरोक दूर होता है। इसी प्रकार कटनी के मोहस में हनुमान जी के दर्शन मात्र से टूटी हड्डी जुड़ जाती है। 

Updated On 2024-04-22 14:57:00 IST
मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध हनुमान मंदिर।

MP Famous Hanuman Temple: हनुमानजी को कलयुग का राजा यूं ही नहीं कहा गया। भारत में ऐसे कई मंदिर हैं, जहां बजरंगबली के दर्शन मात्र से परेशानियां दूर हो जाती हैं। हनुमान जयंती के मौके पर मध्य प्रदेश के कुछ ऐसे ही मंदिरों से रूबरू कराते हैं, जहां हर दिन हजारों लोग अपनी परेशानी लेकर पहुंचते हैं।  

छतरपुर: बालाजी के दिव्य दरबार में दूर होती हैं परेशानी 
छतरपुर के जिले के गढ़ा गांव स्थित बागेश्वर धाम दिव्य दरबार के लिए दुनियाभर में चर्चित है। मंदिर के महंत धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री भक्तों की हर परेशानी का सामधान करते हैं। उनकी राम कथा और दिव्य दरबार में देशभर से लोग आते हैं। जिनकी परेशनियां बिना बताए पर्च में लिख लेते हैं और फिर समाधान भी बताते हैं। मंदिर का इतिहास 300 साल पुराना है। मान्यता है कि यहां 40 हजार शक्तियां भक्तों का भला करती हैं। 

बागेश्वर धाम छतरपुर स्थित बाला जी सरकार 

छिंदवाड़ा: जामसांवली हनुमान मंदिर में दूर होता है चर्मरोग 
छिंदवाड़ा जिले के जामसांवली गांव में चमत्कारिक हनुमान मंदिर है। यहां बजरंग बली की 15 फीट लंबी मूर्ति निद्रा अवस्था में विराजी है। हनुमानजी की नाभि से यहां जलधारा निकलती है। श्रद्धालु इसका जल प्रसाद स्वरूप लेते हैं। इससे चर्मरोग दूर होते हैं। मान्यता है कि 100 साल पुराने इस मंदिर के नीचे खजाना छिपा है। खजाने की पहरेदारी के लिए हनुमान जी खड़े थे। एक बार चोर आए तो वह लेट गए. तब से वह इसी अवस्था में हैं। 

कटनी: मोहास हनुमान मंदिर में जुड़ती है टूटी हड्डी 
कटनी-दमोह मार्ग पर कटनी से 35 किमी दूर मोहास गांव में हनुमानजी का चमत्कारिक मंदिर है। यहां दुर्घटना के शिकार बड़ी संख्या में ऐसे लोग आते हैं, जिन्हें हाथ-पैर अथवा अन्य कोई भाग काम नहीं करता। मान्यता है कि मंदिर के पुजारी पीड़ित व्यक्ति को एक जड़ी खिलाते हैं. जिससे उनकी हड्डी जुड़ जाती है और शरीर का वह अंग भी प्रॉपर काम करने लगता है। मंदिर में यह सेवा पूर्णत: निशुल्क है। 

शाजापुर: खेड़ापति हनुमान मंदिर में भविष्य बताते हैं महावीर 
शाजापुर के बोलाई गांव में रतलाम-भोपाल रेलवे ट्रैक के बीच खेड़ापति हनुमानजी का मंदिर है। 600 साल पुराना यह मंदिर अपने चमत्कारी किस्सों के प्रसिद्ध है। मान्यता है कि सिद्धवीर खेड़ापति भविष्य बताते हैं. यहां आने के बाद भविष्य की घटनाओं का अनुमान लग जाता है। कुछ साल पहले दो मालगाड़ियों में टक्कर हुई थी। पायलट को इस हादसे का पूर्वाभास हो गया था। हनुमानजी के साथ यहां भगवान गणेश की प्रतिमा विराजी है। लिहाजा, बुधवार को भी यहां बड़ी संख्चा में भक्त आते हैं। 

रायसेन: छींद में पूरी होती है हर मनोकामना
रायसेन जिले में भोपाल से करीब 125 किमी दूर बाड़ी-बरेली के पास छींद धाम है। यहां हनुमान जी की दक्षिणमुखी मूर्ति स्थापित है। मान्यता है कि यहां बजरंगबली के दर्शन मात्र से मनोकामनाएं पूरी होती हैं। श्रद्धालु दूर दूर से मनोकामना लेकर आते हैं। बताया जाता है कि किसान के खेत में यह प्रतिमा निकली थी, जिसे स्थापित कर भव्य मंदिर का निर्माण कराया गया। जबलपुर-जयपुर हाइवे से मंदिर 5 किमी दूर है। 

Chhind Hanuman Temple Raisen रायसेन के बरेली स्थित छींद धाम में विराजे हनुमान जी

इंदौर: सांवेर में बजरंगबली की उल्टी प्रतिमा 
इंदौर जिले के सांवेर में बजरंगबली की उल्टी प्रतिमा विराजी है। मान्यता है कि राम और रावण युद्ध के समय अहिरावण ने जब वेश बदलकर राम की सेना में प्रवेश किया और राम लक्ष्मण को मूर्छित कर पाताल लोक ले गया तो हनुमान जी इसी जगह से पाताल लोक गए थे। उल्टे हनुमान जी की यह प्रतिमा दुनिया में इकलौती है। 

Similar News