Neem Karoli Baba: खास है नीम करोली बाबा का ये मंदिर, जो पहुंचा समझो खुल गया भाग्य! जानें कहां है
उत्तराखंड के नैनीताल में 'कैंची धाम' नाम से आश्रम है, जहां नीम करोली बाबा के साथ-साथ हनुमान जी के दर्शन भी प्राप्त होते है। इसके अलावा भी बाबा नीम करोली के कई आश्रम है, जो देशभर में फैले हुए है। यहां आने वाले लोग किसी भी धर्म के हो सकते है, बाबा सभी को समान दृष्टिकोण से देखते थे।
Neem Karoli Baba Mandir : नीम करोली बाबा की पहचान महान संत और आध्यात्मिक गुरु के रूप में है। उन्हें उनके अनुयायियों द्वारा कलयुग का हनुमान भी कहा जाता है। 20वीं सदी में अपने प्रवचनों और चमत्कारों की वजह से नीम करोली बाबा ने खूब ख्याति अर्जित की, जो आज भी बरक़रार है। भले ही नीम करोली बाबा आज हमारे साथ शारीरिक रूप से मौजूद नहीं है, लेकिन उनके विचार आज भी जनमानस में फैसले हुए है और लोगों का कल्याण कर रहे हैं।
वैसे तो उत्तराखंड के नैनीताल में 'कैंची धाम' नाम से आश्रम है, जहां नीम करोली बाबा के साथ-साथ हनुमान जी के दर्शन भी प्राप्त होते है। इसके अलावा भी बाबा नीम करोली के कई आश्रम है, जो देशभर में फैले हुए है। यहां आने वाले लोग किसी भी धर्म के हो सकते है, बाबा सभी को समान दृष्टिकोण से देखते थे।
108 मंदिरों की स्थापना की
न सिर्फ कैंची धाम बल्कि देशभर में अलग-अलग जगहों पर मिलाकर नीम करोली बाबा (Neem Karoli Baba) ने कुल 108 हनुमान मंदिरों की स्थापना की। उत्तराखंड के नैनीताल जिले में स्थित अल्मोड़ा रोड पर कैची धाम, बाबा के सबसे प्रिय धामों में से एक है। अमेरिका में न्यू मैक्सिको सिटी के अंदर टाउस नाम का आश्रम है, जिसे बाबा के सबसे बड़े आश्रमों में से एक माना जाता है। इनके अलावा भूमियाधार आश्रम, काकडी घाट, हनुमानगड़ी, वृंदावन, ऋषिकेश, लखनऊ, शिमला, फर्रुखाबाद समेत कई और अन्य जगह भी नीम करोली बाबा के प्रसिद्द आश्रम है, जहां भक्तों का तांता लगा रहता है।
कैंची धाम में आज भी है शक्ति
स्वयं नीम करोली बाबा कहा करते थे कि, वे हमेशा कैंची धाम में निवास करेंगे। उनकी मर्जी के बिना कोई भी व्यक्ति या फिर कोई भी वस्तु यहां नहीं आ सकती है। कहा जाता है कि, यदि नीम करोली बाबा की प्रेरणा हो, तभी कोई व्यक्ति कैंची धाम आ सकता है। अगर ऐसा होता है तो उस व्यक्ति का भाग्य उदय होगा।
डिस्क्लेमर: यह जानकारी सामान्य मान्यताओं पर आधारित है। Hari Bhoomi इसकी पुष्टि नहीं करता है।