Nautapa 2025: नौतपा के दौरान क्या करें और क्या नहीं? जानें सूर्य देव को प्रसन्न करने के उपाय

इस वर्ष नौतपा की शुरुआत 25 मई से हो रही है, जो 2 जून तक चलेगा। नौतपा अवधि में सूर्यदेव की पूजा और कुछ उपाय करने से व्यक्ति अपने जीवन में सुख, शांति और समृद्धि की प्राप्ति कर सकता है। चलिए जानते हैं, उन उपायों के बारे में-

Updated On 2025-05-23 07:19:00 IST

Nautapa 2025 : इस वर्ष नौतपा की शुरुआत 25 मई से हो रही है, जो 2 जून तक चलेगा। नौ दिनों की इस अवधि में प्रचंड गर्मी का अहसास होगा। ज्योतिष के मुताबिक, इस दौरान सूर्यदेव रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करते हैं, इसकी वजह से वे पृथ्वी के सबसे नजदीक होते हैं। यही कारण है कि, उनकी किरणें भी इस दौरान धरती पर सबसे तेज पड़ती है, जो सामान्य दिनों की तुलना में अधिक गर्मी उत्पन्न करती है। नौतपा अवधि में सूर्यदेव की पूजा और कुछ उपाय करने से व्यक्ति अपने जीवन में सुख, शांति और समृद्धि की प्राप्ति कर सकता है। चलिए जानते हैं, उन उपायों के बारे में-

नौतपा के दौरान सूर्य देव को प्रसन्न करने के उपाय -

1. तांबे के लोटे से जल अर्पण करें : नौतपा के दिनों में प्रत्येक दिन सुबह स्नान के बाद तांबे के लोटे में जल भरें और उसमें लाल पुष्प, चावल के दाने और कुमकुम मिलाएं। अब सूर्य को अर्घ्य देते समय "ॐ सूर्याय नमः" मंत्र का जाप करें। इससे सूर्य देव प्रसन्न होते हैं और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।

2. दान करें - नौतपा के 9 दिनों की अवधि में प्रत्येक दिन जल, दही, दूध, नारियल पानी, फल आदि का दान करें। इसे अत्यंत शुभ माना जाता है। इसके अलावा आप जल से भरे घड़े, चप्पल, छाता, पंखा आदि का भी दान कर सकते हैं, इससे भी पुण्य फलों की प्राप्ति होती है।

3. पौधे लगाएं - नौतपा के दौरान अधिक से अधिक संख्या में पौधे लगाना शुभ रहता है। इससे न सिर्फ पर्यावरण को लाभ मिलता है बल्कि धार्मिक रूप से भी पुण्यदायी है।

4. पशु-पक्षियों के लिए पानी की व्यवस्था करें - गर्मियों के समय में विशेषकर नौतपा अवधि के दौरान पशु-पक्षियों के लिए पानी की व्यवस्था करें। इससे पितरों की कृपा होती है और जीवन में शांति आती है।

5. आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें - नौतपा अवधि के दौरान प्रत्येक दिन सूर्यदेव को प्रसन्न करने के लिए आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें। ऐसा करने से मानसिक शांति की प्राप्ति होती है।

नौतपा के दौरान ध्यान रखने योग्य बातें -

नौतपा अवधि में धरती सबसे गर्म रहती है। यही वजह है कि, दोपहर के समय बाहर न निकलें तो ही बेहतर होगा। दरसअल, गर्मी के कारण लू लगने का खतरा रहता है। इस दौरान अपने शरीर को ठंडा रखें, इसके लिए आप आम का रस, सत्तू, बेल का शरबत आदि का सेवन कर सकते हैं। इसके अलावा शादी-विवाह जैसे मांगलिक कार्यों का आयोजन करने और उससे शामिल होने से परहेज करें, तो सेहत की दृष्टि से शुभ रहेगा।

डिस्क्लेमर: यह जानकारी सामान्य मान्यताओं पर आधारित है। Hari Bhoomi इसकी पुष्टि नहीं करता है।

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