सिडनी बॉन्डी बीच आतंकी हमला: 16 मौतें, पिता-पुत्र निकले हमलावर, पाकिस्तान कनेक्शन आया सामने
जांच में दोनों आतंकियों का पाकिस्तान कनेक्शन भी सामने आया है। ऑस्ट्रेलिया के गृहमंत्री टोनी बर्क के मुताबिक, नवीद अकरम ऑस्ट्रेलिया में जन्मा नागरिक है, जबकि उसका पिता 1998 में स्टूडेंट वीजा पर ऑस्ट्रेलिया आया था और बाद में उसे पार्टनर वीजा मिला।
पिता-पुत्र निकले हमलावर
ऑस्ट्रेलिया के सिडनी स्थित बॉन्डी बीच पर रविवार, 14 दिसंबर को हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस हमले में मरने वालों की संख्या बढ़कर 16 हो गई है, जबकि करीब 40 लोग गंभीर रूप से घायल हैं और अस्पताल में इलाज जारी है। पुलिस जांच में सामने आया है कि इस हमले को अंजाम देने वाले आतंकी आपस में पिता और बेटे थे, जिसने इस घटना को और भी चौंकाने वाला बना दिया है।
पुलिस के अनुसार, 50 वर्षीय हमलावर साजिद अकरम को घटनास्थल पर ही जवाबी कार्रवाई में मार गिराया गया, जबकि उसका 4 वर्षीय बेटा नवीद अकरम गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हुआ है और अस्पताल में भर्ती है। बताया जा रहा है कि पिता के पास 6 लाइसेंसी हथियार थे, जिनका इस्तेमाल इस हमले में किया गया।
जांच में दोनों आतंकियों का पाकिस्तान कनेक्शन भी सामने आया है। ऑस्ट्रेलिया के गृहमंत्री टोनी बर्क के मुताबिक, नवीद अकरम ऑस्ट्रेलिया में जन्मा नागरिक है, जबकि उसका पिता 1998 में स्टूडेंट वीजा पर ऑस्ट्रेलिया आया था और बाद में उसे पार्टनर वीजा मिला। अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि दोनों के पाकिस्तानी नागरिक होने के सबूत मिले हैं। सोशल मीडिया पर नवीद अकरम का न्यू साउथ वेल्स ड्राइविंग लाइसेंस भी वायरल हो रहा है, जिसमें वह कथित तौर पर पाकिस्तान क्रिकेट टीम की जर्सी पहने नजर आ रहा है।
इस हमले से जुड़े कई पुराने लिंक भी सामने आए हैं। सिडनी कुरान कॉलेज के प्रमुख शेख एडम इस्माइल के साथ नवीद अकरम की एक पुरानी तस्वीर वायरल हुई है। इस्माइल ने स्पष्ट किया कि उन्होंने 2019 के अंत में केवल एक साल तक उसे कुरान पाठ और अरबी भाषा सिखाई थी और 2022 के बाद से उनका कोई संपर्क नहीं रहा।
प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने बताया कि नवीद अकरम पहली बार अक्टूबर 2019 में ऑस्ट्रेलियाई खुफिया एजेंसियों के रडार पर आया था, लेकिन उस समय किसी भी तरह की हिंसक गतिविधि का संकेत नहीं मिलने के कारण आगे जांच नहीं की गई।
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हमले से पहले दोनों पिता-पुत्र ने परिवार को बताया था कि वे दक्षिणी तट पर मछली पकड़ने जा रहे हैं। नवीद अकरम की मां ने कहा कि उसका बेटा बेरोजगार राजमिस्त्री था, जो न तो शराब पीता था, न धूम्रपान करता था और न ही गलत संगत में रहता था। मां के अनुसार, “वह एक शांत और अच्छा लड़का था।”
यह घटना 1996 के पोर्ट आर्थर नरसंहार के बाद ऑस्ट्रेलिया की सबसे घातक सामूहिक गोलीबारी मानी जा रही है। इसी बीच प्रधानमंत्री अल्बनीज ने देश में और सख्त बंदूक कानून लाने के संकेत दिए हैं। इस हमले ने एक बार फिर ऑस्ट्रेलिया की सुरक्षा व्यवस्था और हथियार नियंत्रण कानूनों पर गंभीर बहस छेड़ दी है।