नहीं रुक रही साइबर ठगी : रोहतक में फास्टैग के नाम पर हजारों की धोखाधड़ी
24 घंटे बाद फास्टैग चालू हो जाएगा। उसके बाद उनका फास्टैग नहीं आया और एसबीआई के खाते से 84350 रुपये निकाल लिए गए। इसके अलावा एचडीएफसी के खाते से पांच सौ रुपये निकाल लिए गए। पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपितों की तलाश शुरू कर दी।;

रोहतक। प्रेम नगर निवासी व्यक्ति से फास्टैग के नाम पर हजारों की धोखाधड़ी कर दी गई। पुलिस ने केस दर्ज दर्ज कर जांच शुरू कर दी। थाना सिविल लाइन को दी शिकायत में सुनील कुमार मिगलानी निवासी प्रेम नगर ने बताया कि उन्होंने गत एक जनवरी को फास्टैग के लिए मकडौली टोल की साइट से एक नम्बर लेकर कॉल की। इसके बाद दूसरे नम्बर से उनके पास कॉल आई।उन्होंने उसे एक लिंक भेजा, जो फास्टैग की वेबसाइट जैसा ही था। उन्होंने उस लिंक को ओपन कर अपना नाम और मोबाइल नम्बर भर दिया। इस दौरान कॉल करने वाले ने बताया कि फास्टैग बनने में समय लगेगा। इसके बाद बताया कि प्रोसेस शुरू हो गया है। 24 घंटे बाद फास्टैग चालू हो जाएगा। उसके बाद उनका फास्टैग नहीं आया और एसबीआई के खाते से 84350 रुपये निकाल लिए गए। इसके अलावा एचडीएफसी के खाते से पांच सौ रुपये निकाल लिए गए। पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपितों की तलाश शुरू कर दी।
दो जगहों से लाखों की धाेखाधड़ी की
वहीं दो अलग अलग मामलों में लाखों की ठगी कर दी गई। थाना शिवाजी कालोनी को दी शिकायत में विजय सिंह निवासी मायना ने बताया कि उसने फेसबुक पर कार का विज्ञापन देखा था। गाड़ी की कीमत एक लाख 45 हजार बताई गई। विज्ञापन में दिए मोबाइल नम्बर पर संपर्क किया गया। एक लाख 40 हजार में कार का सौदा तय हुआ। उन्होंने ऑनलाइन भुगतान कर दिया। आरोपित ने कहा था कि वह ट्रांसपोर्ट के माध्यम से गाड़ी भेज देंगे। इसके बाद उनसे 42 हजार रुपये बीमा के नाम पर मांगे गए। इसके बाद उनका संपर्क नहीं हो पाया। थाना शिवाजी कालोनी को दी शिकायत में मोहित निवासी जनता कालोनी ने बताया कि उसकी कपड़े की दुकान है। एक जनवरी को उनके मोबाइल पर ओटीपी आए। इसके बाद उन्होंने एचडीएफसी बैंक के कस्टमर केयर नम्बर पर बात की। उन्हें बताया गया कि आपके क्रेडिट कार्ड पर चार ट्रांजेक्शन हो चुकी हैं। उन्होंने जवाब दिया कि यह ट्रांजेक्शन उन्होंने नहीं की। इसके बाद उनका कार्ड बंद कर दिया गया। आरोपितों ने उनके कार्ड से एक लाख 26 हजार 395 रुपये की धोखाधड़ी की है।