छह मिनट तेज चलने के बाद चैक करें ऑक्सीजन लेवल, इतने प्वाइंट से कम है तो तुरंत कराएं Corona Test
उदाहरण के तौर पर आपका ऑक्सीजन लेवल 98 आया है। अब छह मिनट की तेज चाल चलें। अगर ऑक्सीजन लेवल 95-97 प्वाइंट के बीच है, तो स्थिति ठीक है। अगर 95 प्वाइंट से कम है, तो खतरा मानकर तत्काल चेकअप कराएं।;

हरिभूमि न्यूज. बहादुरगढ़
आईसीएमआर की नई गाइडलाइन के अनुसार आराम से बैठकर पल्स आक्सीमीटर से चेक करें। उदाहरण के तौर पर आपका आक्सीजन लेवल 98 आया है। अब छह मिनट की तेज चाल चलें। अगर आक्सीजन लेवल 95-97 प्वाइंट के बीच है, तो स्थिति ठीक है। अगर 95 प्वाइंट से कम है, तो खतरा मानकर तत्काल चेकअप कराएं।
बता दें कि शरीर में कोरोना संक्रमण की प्राथमिक पहचान के लिए आमतौर पर कोई भी घर बैठे पल्स आक्सीमीटर से आक्सीजन लेवल चेक करता है। अभी तक डॉक्टर भी आक्सीजन लेवल (एसपीओ-2) 90 प्वाइंट से नीचे आने को कोरोना संक्रमण का खतरा मानते थे। लेकिन अब 93 प्वाइंट से कम आक्सीजन लेवल चिंताजनक माना जा रहा है। यही कारण है कि विश्व भर में फैले संक्रमण का पता लगाना इतना आसान नहीं। दरअसल, विश्व स्वास्थ्य संगठन (Who) की अनुशंसा पर इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ने हाल ही में एक गाइडलाइन जारी की है। जिसके मुताबिक बैठकर ही नहीं बल्कि करीब छह मिनट तेज चलने के बाद आक्सीजन लेवल चेक किया जाना चाहिए। विशेषज्ञ कार्डियो पल्मोनरी एक्सरसाइज टॉलरेंस (दिल व फेफड़ों का हाल) जानने के लिए इसकी पहले भी सिफारिश करते रहे हैं।
लेकिन कोविड की प्राथमिक जांच संबंधी गाइडलाइन में यह हाल में शामिल हुआ है। डॉ. बीएन मिश्रा बताते हैं कि कुल मिलाकर आराम मुद्रा में की जांच के बाद छह मिनट की तेज चाल में तीन प्वाइंट के अंतर से ही सही स्थिति पता चलेगी। उनके अनुसार बच्चों, किशोर व युवाओं के लिए जहां छह मिनट की तेज चाल की जरूरत है। वहीं, गाइडलाइन के मुताबिक बुजुर्ग महज तीन मिनट चलने के बाद पल्स आक्सीमीटर से शरीर में आक्सीजन की मात्रा चेक कर सकते हैं। अगर तीन प्वाइंट से कम अंतर आ गया है, तो ऐसी स्थिति में माना जाएगा कि शरीर में किसी तरह का संक्रमण है या फेफड़ों में कोई परेशानी है।