Chaitra Navratri 2021: Devsar Durga Mandir में भंडारे व प्रसाद वितरण की अनुमति नहीं
जिलाधीश जयबीर सिंह आर्य ने राज्य आपदा प्रबंधन के निर्देशों की अनुपालना में जिला में नागरिकों के कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए ये आदेश जारी किए हैं।;

हरिभूमि न्यूज.भिवानी
कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते प्रकोप के चलते जिला प्रशासन ने फूंक- फूंक कर कदम रखने शुरू कर दिए है। शनिवार को शहर में दो माइक्रो कंटेमेंट जोन बनाए जाने के बाद रविवार को उपायुक्त ने देवसर मंदिर (Devsar Mandir) में चैत्र नवरात्र के अवसर पर मेले में प्रसाद व भंडारे के आयोजन पर रोक लगा दी है। इनके अलावा नवरात्र पर अन्य मंदिरों में जुटने वाली भीड़ को भी सोशल डिस्टेंस व मुंह पर मास्क लगाए जाने के निर्देश दिए है।
वहीं उपायुक्त जयबीर सिंह आर्य ने चैत्र नवरात्र के अवसर पर 13 अप्रैल से 26 अप्रैल तक दुर्गा माता मंदिर देवसर में लगने वाले मेले में कोरोना महामारी संक्रमण से बचाव के मद्देनजर श्रद्धालुओं के लिए मास्क पहनना और दो गज की दूरी बनाए रखना जरूरी है। मेले के दौरान प्रसाद व जल वितरिण तथा भंडारा लगाने पर प्रतिबंद रहेगा। पूजा के लिए मंदिर में पांच से अधिक व्यक्तियों को प्रवेश की अनुमति नहीं होगी।
जिलाधीश जयबीर सिंह आर्य ने राज्य आपदा प्रबंधन के निर्देशों की अनुपालना में जिला में नागरिकों के कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए ये आदेश जारी किए हैं। जिलाधीश ने अपने आदेशों में कहा है कि नवरात्रों में लगने वाले मेले के दौरान भीड़ से कोरोना फैलने से इंकार नहीं किया जा सकता है। ऐसे में मेले के दौरान श्रद्धालुओं को हर हाल में मास्क पहनना होगा और दो गज की दूरी बनाए रखनी होगी। मेले में प्रसाद व पवित्र जल वितरण पर पाबंदी होगी।
इस दौरान कोई भी व्यक्ति भंडारा आदि भी नहीं लगा सकेगा। इसी प्रकार से मेले में एकत्रित होकर आरती भी नहीं की जा सकेगी। पूजा अर्चना के लिए व्यक्तिगत रूप से आरती की जा सकेगी। मेला प्रबंधन समिति द्वारा मेले के दौरान मंदिर परिसर को सेनीटाइज करवाना होगा। आदेशों की पालना सुनिश्चित करने के लिए जिलाधीश ने पुलिस विभाग, उपमंडल अधिकारी ना. संबंधित इंसीडेंट ऑफिसर, सचिव नगर परिषद और मंदिर प्रबंधन को निर्देश जारी किए हैं।
नियमों का होगा पालन : प्रधान
देवसर धाम चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रधान धनसिंह ने बताया कि जिला प्रशासन के नियमों के हिसाब से कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इस दौरान मंदिर परिसर में दुकानें नहीं लगने दी जाएगी। मंदिर व उसके आसपास की जगहों को सेनिटाइज करवाया जाएगा। इनके अलावा मंदिर में पांच से ज्यादा व्यक्तियों को एक बार प्रवेश नहीं मिलेगा। इस बारे में गांव व मंदिर ट्रस्ट के सदस्यों की बैठक आयोजित हो चुकी है।