अब अपनी राष्ट्रीय भाषा में होगा भारतीय वेबसाइटों का डोमेन नेम, चीन और यूरोप में भी प्रयोग होता है राष्ट्रीय भाषा में डोमेन नेम

हमारे पास हिंदी भाषा का विकल्प भी नहीं होता था पर अब ऐसा नहीं होगा;

Update:2014-08-27 00:00 IST
अब अपनी राष्ट्रीय भाषा में होगा भारतीय वेबसाइटों का डोमेन नेम, चीन और यूरोप में भी प्रयोग होता है राष्ट्रीय भाषा में डोमेन नेम
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नई दिल्ली. अगर आप इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं तो खुश हो जाइए अब हम भी अपने राष्ट्रीय भाषा में यूआरएल टाइप करके कोई भी भारतीय वेबसाइट देख सकेंगे।ऐसा करने से हम भी चीन और यूरोप जैसे देशों की लाइऩ में खड़े हो जाएंगे। ये देश पहले से ही अपनी देशी भाषा में वेबसाइट्स को चलाते है। अब तक आपको कुछ भी सर्च करने के लिए अंग्रेजी में यूआरएल लिखना पड़ता था लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। अब हम अपनी देशी भाषाओं में यूआरएल डोमेन डाल सकेंगे जैसे- सरकार.भारत, शिक्षा.भारत।

आप चंद दिनों के बाद haribhoomi.in को भी .भारत डोमेन यानी हरिभूमी.भारत यूआरएल के साथ पढ़ सकेंगे।इससे पहले हम अंग्रेजी भाषा में ही डोमेन नाम डालते थे। हमारे पास हिंदी भाषा का विकल्प भी नहीं होता था पर अब ऐसा नहीं होगा। नेशनल इंटरनेट एक्सचेंज के सीईओ डॉ. गोविंद ने बताया कि डॉट भारत (.भारत) एक्सटेंशन शुरू करने जा रहे है, जो इंटरनेट उपयोग करने वालों के लिए देशी भाषाओं में ही वेबसाइट खोलेगी। अब तक वेबसाइटों को पहले अंग्रेजी भाषा में खोल कर फिर देशी भाषाओं में जानकारी लेने की सुविधा थी। अब डॉट भारत वेबसाइटें सीधे देशी भाषाओं में ही खुलेंगी।
 
सरकार के इस कदम से भारतीय भाषाओं का विस्तार होगा और जोकि देश के अलावा विदेशो में रहने वाले लोग भारतीय साइट खोलने के लिए हिन्दी में लिखने के बाद ही उचित जानकारी ले पाएंगे। इससे पहले भारत और विश्व के अधिकतर देश के लोग वेबसाइट पर कुछ भी सर्च करने के लिए अंग्रेजी का ही प्रयोग करते थे।
 
नीचे की स्लाइड्स में देखिए, राष्ट्रीय भाषा में  डोमेन से क्या लाभ होगा-
 
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