H B''DAY देव आनंद :जिद्दी से मिली थी सफलता, काले कपड़े पहनने पर थी रोक

बॉलीवुड के सदबहार अभीनेता का आज है जन्मदिन;

Update:2014-09-26 00:00 IST
H BDAY देव आनंद :जिद्दी से मिली थी सफलता, काले कपड़े पहनने पर थी रोक
  • whatsapp icon

मुम्बई.  अपने जमाने के सुपरस्टार रहे अभिनेता देव आनंद का आज जन्मदिन है। लड़कियां उनकी बहुत दीवानी थी और लड़के उनके स्टाइल के कायल थे। इसी वजह से उनके काले कपडे पहनने पर प्रतिबन्ध लगा हुआ था। क्योंकि काले कपड़ों में वो बेहद ही सुन्दर लगते थे। उनका पूरा नाम धरम देवदत्त पिशोरीमल आनंद था। उनका जन्म 26 सितम्बर 1923 में पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के शंकरगढ़ गांव में हुआ था। उनके परिवार में उनकी पत्नी कल्पना कार्तिक और दो बच्चे सुनील आनंद और देविना आनंद है। उनकी मृत्यु 3 दिसम्बर 2011 को लंदन के एक होटल में हुई थी। 

फ़िल्मी सफर 
 
अंग्रेजी में बीए पूरा करने के बाद देव आनंद काम की तलाश में माया नगरी मुंबई आ गए। उन्हें अपनी पहली नौकरी मिलट्री सेंसर ऑफिस में मात्र 165 रुपये प्रति माह के वेतन पर मिली थी। इसके बाद उन्हें प्रभात टाकीज़ की फिल्म हम एक हैं में काम करने का मौका मिला। ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कुछ ख़ास कमाल नही दिखा पाई थी।
 
पहली सफलता 
 
उन्हें अपनी पहली फ़िल्मी सफलता अशोक कुमार की फिल्म जिद्दी से मिली। जिद्दी में उन्होंने प्रमुख भूमिका निभाई जिसमें की उनकी हीरोइन थी कामिनी कौशल। ये फिल्म 1948 में रिलीज़ हुई और काफी सफल भी हुई। इस के बाद देव साहब के फ़िल्मी सफर की नैया निकल पड़ी जिसने उन्हें काफी सफलता के स्वाद चखाए।
 
सुरैया से नजदीकियां 
 
1940 के आखिर में उन्हें (गायिका और अभिनेत्री) सुरैया के साथ काम करने का मौका मिला। सुरैया के साथ उन्होंने 7 फिल्मों में काम किया था। एक बार देव आनंद ने शूटिंग के दौरान सुरैया को पानी में डूबने से बचाया था। बस तभी से वो उन्हें प्यार करने लगीं। लेकिन सुरैया की दादी धार्मिक कारणों से उनके रिश्ते के खिलाफ थीं। क्योंकी सुरैय्या मुस्लिम पृष्ठभूमि से थी। इस वजह से सुरैय्या आजीवन कुंवारी ही रहीं। देव आनंद ने सुरैया के प्रति अपने प्यार को स्वीकार करते हुए कहा- मै उनसे  प्यार करता था, यदि शादी सुरैया के साथ हो गयी होती तो जीवन शायद कुछ और ही होता।
 
कल्पना कार्तिक से शादी
 
सुरैया के साथ रिश्ता खत्म होने के बाद उनकी जिंदगी में कल्पना कार्तिक आई। उनका असली नाम मोना सिंह था जिसे की चेतन आनंद ने फिल्मों के लिए बदलकर कल्पना कार्तिक कर दिया था। कल्पना ने अपनी सभी फ़िल्में देव आंनद के साथ ही की। उनकी पहली फिल्म बाज़ी थी। इसके बाद आई टैक्सी ड्राइवर, हमसफ़र, हाउस नंबर 44, नौ दो ग्यारह और आंधियां। 1954 में गुपचुप तरीके से देव आनंद ने कल्पना कार्तिक से शादी कर ली।
 
नीचे की स्लाइड्स में देखिए, देव आनंद का फिल्मी सफर  
 
खबरों की अपडेट पाने के लिए लाइक करें हमारे इस फेसबुक पेज को फेसबुक हरिभूमि और हमें फॉलो करें ट्विटर पर-

और पढ़े: Haryana News | Chhattisgarh News | MP News | Aaj Ka Rashifal | Jokes | Haryana Video News | Haryana News App 

Tags: