अमृतसर में 128 ईसाई परिवारों की हुई ''घर वापसी'', अपनाया सिक्ख धर्म
धर्मान्तरित लोगों ने पहले पूजा-प्रार्थना की जिसके बाद उन्हें धार्मिक लॉकेट और सिरोपा दिए गए।;

अमृतसर. देश में घर वापसी बड़ी तेजी से हो रही है। इस बार ये घर वापसी पंजाब के अमृतसर के एक गुरूद्वारे में करवाई गई है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ी हुई संस्था धर्म जागरण मंच ने 128 ईसाइयों की 'घर वापसी' करा उन्हें सिख धर्म में शामिल कर लिया। मंगलवार को हुआ यह 'घर वापसी' का कार्यक्रम अमृतसर के ही पास गुरु की वादली के एक गुरुद्वारे में आयोजित हुआ था। यह दावा किया गया है कि जिन लोगों को सिख धर्म में वापस लाया गया है, वे ईसाइयत अपनाने से पहले मजहबी सिख (अनुसूचित जाति) थे।
धर्मान्तरित लोगों ने पहले पूजा-प्रार्थना की जिसके बाद उन्हें धार्मिक लॉकेट और सिरोपा दिए गए। इस मौके पर कोई बड़ा सिख संगठन मौजूद नहीं था। इलाके के ही कुछ सिखों ने आयोजकों और गुरुद्वारे के प्रबंधकों से पूछा कि क्या इसके (पुनर्धर्मांतरण के) बारे में शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी (एसजीपीसी) को बताया गया है। एक स्थानीय निवासी जगतार सिंह मान ने कहा, 'हम सारी जानकारी लेंगे और एसजीपीसी को इस बारे में बताएंगे।'
जब एक धर्मान्तरित महिला गुरमेज कौर (65) से पूछा गया कि वह सिख धर्म में वापस क्यों आईं, तो उन्होंने कहा, 'मैं बहुत गरीब हूं। मेरे पास अपने मकान का किराया चुकाने तक का पैसा नहीं है।' इसके बाद धर्म जागरण मंच के लोगों ने बीच में हस्तक्षेप किया और गुरमेज को सलाह दी कि वह रिपोर्टर्स से और बात न करें। इसी तरह भिंडर कौर (30) ने इस सवाल के जवाब में कहा कि वह गुरुद्वारे पर अपनी बहन के कहने पर आईं थीं।
नीचे की स्लाइड्स में पढ़िए, क्या कहना है घर वापसी करने वालों का सिक्ख बनने के बाद -
खबरों की अपडेट पाने के लिए लाइक करें हमारे इस फेसबुक पेज को फेसबुक हरिभूमि, हमें फॉलो करें ट्विटर और पिंटरेस्ट पर-
और पढ़े: Haryana News | Chhattisgarh News | MP News | Aaj Ka Rashifal | Jokes | Haryana Video News | Haryana News App