कंप्यूटर नेटवर्किंग को बनाएं अपनी पहली पसंद, जॉब के हैं ढेरों अवसर

कंप्यूटर नेटवर्किंग की यह फील्ड आज एक हाई-प्रोफाइल जॉब का रूप ले चुकी है।;

Update:2015-10-25 00:00 IST
कंप्यूटर नेटवर्किंग को बनाएं अपनी पहली पसंद, जॉब के हैं ढेरों अवसर
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नई दिल्ली. दौड़ती-भागती इस जिंदगी में हर कोई टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने लगा है। टेक्नोलॉजी ने इतनी ज्यादा तरक्की कर ली है कि हर किसी की जीवनशैली बदल दी है। आज दुनिया भर की सूचनाएं सिर्फ एक क्लिक पर मिल जाती हैं। लेकिन इसके पीछे कम्प्यूटर नेटवर्किंग की बहुत बड़ी भूमिका है। इसीलिए यह फील्ड आज एक हाई-प्रोफाइल जॉब का रूप ले चुकी है। हैकिंग के बढ़ते खतरे ने कम्प्यूटर नेटवर्किंग के पेशे की मांग और बढ़ा दी है। 

क्या है कम्प्यूटर नेटवर्किंग?
कम्प्यूटर्स को आपस में जोड़ने का एक माध्यम है नेटवर्किंग। इससे कनेक्ट हुए बगैर दो कम्प्यूटर आपस में कुछ भी शेयर नहीं कर सकते। इंटरनेट को हम नेटवर्किंग के रूप में ही देख सकते हैं क्योंकि इसमें भी हजारों कम्प्यूटर नेटवर्क काम करते हैं। आज बात चाहे घर बैठे कम्प्यूटर से बैंकों में लेनदेन की हो या रिश्तेदारों-दोस्तों से चैटिंग या फिर म्यूजिक-वीडियो गेमिंग, यह सब बिना नेटवर्किंग के संभव नहीं है। ईमेल भी नेटवर्किंग से ही संभव है। बड़ी-बड़ी कॉरपोरेट कंपनीज नेटवर्किंग की मदद से लाखों रुपए की बचत कर रही हैं। इतना ही नहीं, कम्प्यूटर नेटवर्किंग की वजह से शिपिंग और ट्रैवलिंग पर निर्भरता कम हुई है।

शैक्षणिक योग्यता
अधिकांश विश्वविद्यालय कम्प्यूटर नेटवर्किंग के लिए डिग्री प्रोग्राम ऑफर कर रहे हैं। ये डिग्री कोर्स कम्प्यूटर साइंस, इलेक्ट्रिकल एंड कम्प्यूटर साइंस, इंफॉर्मेशन सिस्टम्स, कम्युनिकेशन साइंस, टेलीकम्युनिकेशंस/ टेलीकम्युनिकेशंस मैनेजमेंट, टेलीकम्प्यूटिंग आदि नामों से हैं। कुछ संस्थान सिर्फ नेटवर्किंग पर ही फोकस्ड शॉर्ट-टर्म प्रोग्राम चला रहे हैं, जहां से डिप्लोमा या सर्टिफिकेट कोर्स किया जा सकता है। अगर बैचलर डिग्री हासिल करने के बाद कम्प्यूटर नेटवर्किंग से जुड़े कोर्स कर लेते हैं, तो आगे बढ़ने की संभावनाएं अधिक रहती हैं।

एडमिनिस्ट्रेटर, इंजीनियर, टेक्निशियन और प्रोग्रामर के काम की देखरेख के अलावा मैनेजर प्लानिंग व स्ट्रैटेजी पर भी काम करते हैं।

सैलरी पैकेज
नेटवर्किंग फील्ड के प्रोफेशनल्स की सैलरी अलग-अलग संस्थानों पर निर्भर करती है। कई बार सैलरी के निर्धारण में लोकल मार्केट, व्यक्तिगत अनुभव और स्किल को भी तवज्जो दी जाती है। फिर भी, शुरूआत में ऐसे क्वॉलिफाइड लोगों को 20 से 25 हजार रुपए मासिक सैलरी आसानी से मिल जाती है। डिप्लोमा फ्रेशर्स को भी शुरूआत में 12 से 15 हजार रुपए मासिक आसानी से मिल जाते हैं। भविष्य में अनुभव के साथ यह सैलरी पैकेज पदों के अनुसार बढ़ता चला जाता है।

प्रमुख संस्थान
दिल्ली यूनिवर्सिटी, नई दिल्ली
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय, नई दिल्ली
जामिया मिलिया इस्लामिया, दिल्ली
आंध्र यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, आंध्र प्रदेश
स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, शारदा यूनिवर्सिटी, ग्रेटर नोएडा

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