Shukra Gochar 2025: 29 जून को शुक्र का वृषभ राशि में गोचर, इन 5 राशियों का चमकेगा भाग्य
29 जून 2025 को शुक्र वृषभ राशि में गोचर करेंगे। जानिए किन 5 राशियों को मिलेगा इस गोचर का शुभ प्रभाव और जीवन में तरक्की के संकेत।
Shukra Gochar 2025: 29 जून 2025 को दोपहर 2:08 बजे शुक्र ग्रह अपनी ही राशि वृषभ में गोचर करने जा रहे हैं। वैदिक ज्योतिष में शुक्र को भौतिक सुख-सुविधाओं, ऐश्वर्य, प्रेम और धन का कारक ग्रह माना गया है। जब शुक्र अपनी स्वराशि में आता है, तो उसका प्रभाव और भी अधिक प्रबल हो जाता है। इस गोचर का असर सभी 12 राशियों पर अलग-अलग तरीके से पड़ेगा, लेकिन 5 राशियों के लिए यह समय बेहद शुभ साबित हो सकता है।
वैसे तो हर 23 से 27 दिन में शुक्र गोचर करता है, लेकिन इस बार का गोचर कई राशियों के लिए सौभाग्य का दरवाजा खोल सकता है। आइए जानते हैं किन 5 राशियों को जुलाई में मिल सकते हैं शानदार परिणाम।
वृषभ राशि
शुक्र के लग्न भाव में प्रवेश से वृषभ राशि वालों का आकर्षण और आत्मविश्वास बढ़ेगा। समाज में मान-सम्मान मिलेगा और लोगों से संबंधों में मधुरता आएगी। विवाहित जातकों के रिश्ते मज़बूत होंगे और पारिवारिक वातावरण सुखद रहेगा। धार्मिक स्थलों की यात्रा का योग भी बन सकता है।
सिंह राशि
शुक्र का गोचर सिंह राशि के कर्मभाव में हो रहा है। यह समय प्रोफेशनल लाइफ के लिए बेहतरीन साबित हो सकता है। नौकरी में प्रमोशन, व्यवसाय में नई डील्स और आर्थिक स्थिति में सुधार की पूरी संभावना है। साथ ही पारिवारिक सहयोग से आत्मबल में वृद्धि होगी।
कन्या राशि
कन्या राशि के लिए यह गोचर भाग्य स्थान में हो रहा है। विदेश यात्रा, उच्च शिक्षा या लंबित कामों के पूरे होने के संकेत मिल रहे हैं। मकान या संपत्ति खरीदने की योजना सफल हो सकती है। वैवाहिक जीवन में सामंजस्य बढ़ेगा और करियर में नए अवसर सामने आएंगे।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के लिए शुक्र का गोचर लाभकारी रहेगा। आय में वृद्धि के योग बन रहे हैं। लंबे समय से नौकरी की तलाश कर रहे लोगों को सफलता मिल सकती है। व्यापार से जुड़े जातकों को देश-विदेश में विस्तार के मौके मिल सकते हैं। तीर्थयात्रा और धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी।
मीन राशि
मीन राशि के जातकों को इस समय भाग्य का पूरा साथ मिलेगा। आर्थिक दृष्टि से कई नए अवसर मिल सकते हैं। अविवाहित लोगों के लिए विवाह प्रस्ताव आने के योग हैं। जीवनसाथी के करियर में भी उन्नति के संकेत हैं। पारिवारिक वातावरण बेहतर रहेगा और पिताजी से संबंध मज़बूत होंगे।
डिस्क्लेमर: यह जानकारी सामान्य धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है। HariBhoomi.com इसकी पुष्टि नहीं करता है।