12 December 2025 Ka Panchang: यहां जानें आज का पंचांग, तिथि, शुभ मुहूर्त, योग; नक्षत्र और राहुकाल
12 December 2025 Ka Panchang: यहां पढ़ें शुक्रवार (12 दिसंबर 2025) मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि का पंचांग, शुभ मुहूर्त, तिथि शुभ योग; नक्षत्र और राहुकाल।
12 December 2025 Ka Panchang: हिंदू पंचांग के अनुसार 12 दिसंबर 2025, शुक्रवार को मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि है, जो दोपहर 2 बजकर 57 मिनट तक रहेगी। इसके बाद नवमी तिथि शुरू हो जाएगी। यहां जानें ज्योतिषाचार्य डॉक्टर मनीष गौतम जी महाराज से आज के दिन का पंचांग, सूर्य, चंद्रमा की स्थिति और शुभ-अशुभ समय।
आज की तिथि, वार और माह
- तिथि: पौष कृष्ण पक्ष अष्टमी, 02:57 PM तक; उसके बाद नवमी
- वार: शुक्रवार
- माह: पौष मास
आज का नक्षत्र और योग
नक्षत्र
उत्तर फाल्गुनी — सुबह 05:50 बजे तक उसके बाद हस्त नक्षत्र प्रभावी
योग
प्रीति योग — 11:11 AM तक उसके बाद आयुष्मान योग प्रारंभ
करण
कौलव — 02:57 PM तक उसके बाद तैतिल — 03:43 AM तक फिर गर करण आरंभ
आज के शुभ मुहूर्त
- अभिजीत मुहूर्त: 11:59 AM – 12:41 PM
- अमृत काल: 10:03 PM – 11:47 PM
- ब्रह्म मुहूर्त: 05:27 AM – 06:15 AM
- निशिता काल: 11:17 PM – 12:09 AM (13 दिसंबर)
- प्रदोष काल: 06:31 PM – 07:41 PM
आज के अशुभ समय
- राहुकाल: 11:01 AM – 12:20 PM
- यमगण्ड: 02:59 PM – 04:18 PM
- गुलिक काल: 08:22 AM – 09:41 AM
दुर्मुहूर्त
- 09:09 AM – 09:52 AM
- 12:41 PM – 01:24 PM
- वर्ज्यम्: 11:41 AM – 01:25 PM
सूर्य और चंद्रमा का समय
- सूर्योदय: 07:02 AM
- सूर्यास्त: 05:38 PM
- चन्द्रोदय: 12:16 AM (12 दिसंबर)
- चन्द्रास्त: 12:44 PM
ग्रहों की स्थिति
- सूर्य वर्तमान में वृश्चिक राशि में स्थित है।
- चंद्रमा सुबह 10:20 बजे तक सिंह राशि में रहेगा, उसके बाद कन्या राशि में प्रवेश करेगा।
- चंद्रमा का राशि परिवर्तन दिन को अधिक व्यावहारिक और कर्मप्रधान ऊर्जा प्रदान करेगा।
आज का विशेष उपाय
धन-समृद्धि के लिए आज मां लक्ष्मी की आराधना विशेष फलदायी मानी गई है। लाल या सफेद रंग के वस्त्र धारण करना शुभ फल देगा।
आज किन बातों का रखें ध्यान?
- बड़े लेन-देन या उधार देने से बचें
- राहुकाल में कोई नया कार्य आरंभ न करें
- विवाद या तनावपूर्ण वार्तालाप से दूरी रखें
- निर्णय लेने में जल्दबाजी न करें
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पंचांग दिन की शुभ-अशुभ स्थितियों को समझने का आधार होता है। तिथि, वार, नक्षत्र, योग और करण के आधार पर व्यक्ति यह निर्धारित कर सकता है कि कौन-सा समय किस कार्य के लिए अनुकूल है। यह न केवल आध्यात्मिक कार्यों बल्कि व्यावहारिक जीवन में भी मार्गदर्शन प्रदान करता है।